आदित्यपुर में 50 से ज्यादा बिल्डर्स रजिस्टर्ड, लेकिन महज ईएसआईसी अस्पताल के अलावे किसी ने नहीं लिया है ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट…राजस्व में हो रहा नुकसान…नगर निगम के नोटिस को भी करते है नजरअंदाज…

0
Advertisements
Advertisements

आदित्यपुर : आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में दर्जनों बिल्डरों के द्वारा निगम से अब तक आक्यूपेंसी सर्टिफिकेट नही लिया गया है। इसके कारण नगर निगम को हजारों रूपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। जानकारी के मुताबिक इसको लेकर अबतक किसी बिल्डर के द्वारा इस प्रमाण पत्र के लिए आवेदन तक नही किया गया है। नियम पूर्वक इस सर्टिफिकेट के माध्यम से निगम बिल्डर को प्रमाणित करता है कि उसके द्वारा फायर सुरक्षा,नक्शा संबधित सारा कार्य नियम पूर्वक कराया गया है। जानकारी लेने पर नगर निगम के पदाधिकारियों के द्वारा बताया गया कि निगम के द्वारा अबतक इस मामले में पिछले तीन साल से नोटिस जारी किया जा रहा है लेकिन अब तक न तो किसी ने आवेदन किया है और ना ही ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट के बारे में कोई जानकारी दी है। अब खास बात है कि आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में 50 से ज्यादा बिलर्डर है लेकिन अबतक इसको लेकर किसी के तरफ से शुरुआत नही की गई है।

Advertisements
Advertisements

रेरा के नियमानुसार आक्यूपेशन सर्टिफिकेट के बिना रजिस्ट्री नही होगा:

वर्तमान समय में रेरा के नियमानुसार के अनुसार बिना ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट के भवन का निबंधन नही हो सकता है। इसको लेकर बिलर्डर व उपभोक्ताओं को काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। पूर्व के समय में इस सर्टिफिकेट के बिना भी निबंधन हो जाता था लेकिन अब इस नियम के अनुसार इस सर्टिफिकेट की आवश्यक्ता है।

आर्टिटेक्ट का खेला जारी:

नियम कहता है कि किसी भी बिल्डर का निगम या संबंधित संस्थान से ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट लेना है। लेकिन बिल्डरों ने नया खेला शुरू कर दिया है। उसके तहत उनके द्वारा निगम के निबंधित आर्किटेक्ट से ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट लेकर संबंधित अधिकारी के समक्ष कागजात को प्रस्तुत कर दे रहे है। जिससे उनकाे यह प्रमाण पत्र मिल जा रहा है जबकि यह प्रमाण पत्र निगम से मिलना चाहिए।

See also  टाटा स्टील यूआईएसएल ने कदमा में 1000 केएलडी पैकेज्ड सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन, पर्यावरणीय स्थिरता की ओर एक कदम

जिन्होने सर्टिफिकेट नही लिया है:
1.एस आर कंसट्रक्शन

2.समय कंसट्रक्शन
3.समय होम्स

4.श्री संस्कार होम्स
5.श्री त्रिवेणी रिलेटस

6.श्रीनाथ होम्स इंडिया प्राईवेट
7.स्वास्ति इन्फ्रा डेवलर्पस प्राईवेट लिमिटेड

8.टेक्नोकल्चर बिल्डिंग सेंटर प्राईवेट
9. अर्बन कंस्ट्रक्शन होम्स प्राईवेट लिमिटेड

10.एस डी सिंह कंस्ट्रक्शन कम्पनी
11.रूकमनी प्रोपटी प्रोजेक्ट प्राईवेंट लिमिटेड

12.प्रधान कंस्ट्रक्शन
13.प्रेम कंसट्रक्शन

14.सी डी के एसोसिएटस
15.सिटी रेसीडेंसी

इनके समेत कुल 50 से ज्यादा बिल्डर्स ऐसे है जो नगर निगम से रजिस्टर्ड तो है लेकिन उनके पास ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट नही है।

Thanks for your Feedback!

You may have missed