उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने जिले के 1500 सरकारी स्कूल के प्रचार्यों के साथ की वी.सी, डेंगू रोकथाम के लिए बच्चों के बीच जागरुकता लाने के दिए निर्देश
जमशेदपुर : जिले में डेंगू के प्रसार के रोकथाम को लेकर व्यापक स्तर पर जन जागरूकता लाने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 1500 सरकारी स्कूल के प्राचार्य के साथ बैठक कर इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया । सभी प्राचार्य को यह सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया कि बच्चों को प्रार्थना सभा (Assembly) एवं वर्ग कक्षा ( Class) में डेंगू से बचाव को लेकर जरूर जानकारी दें। बच्चों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने के बारे में बताएं । हमेशा मच्छरदानी के अन्दर ही सोएं, बच्चों के माता,पिता व समुदाय के साथ बैठक करें, स्कूल कैंपस, फील्ड व स्कूल के आस-पास में कही भी पानी का जमाव नहीं होने दे इसमें डेंगू मच्छर का लार्वा हो सकता हैं। साथ ही बच्चों से घरों के आस-पास पानी का जमाव नहीं होने देने को लेकर जागरूक करने का निदेश दिया गया।
प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी निम्नवत है-
डेंगू क्या है?
डेंगू एक वायरल और गंभीर फ्लू की तरह संक्रमित रोग हैं, जो संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से फैलता है। संक्रमित मच्छर के काटने के 5-6 दिन बाद बुखार आने लगता है।
डेंगू किसे हो सकता है?
कोई भी व्यक्ति जिसे संक्रमित मादा एडिस मच्छर काट ले उसे डेंगू बुखार होने की संभावना होती हैं, संक्रमित मादा ऐडिस मच्छर के काटने से अधिकतर लोग डेंगू से प्रभावित होते हैं।
सावधानी
लक्षण के आधार पर रोगी की सही समय पर जांच एवं उपचार प्रारंभ हो जाना चाहिए। जांच एवं उपचार में देरी होने पर रोग जटिल या गंभीर हो सकता है तथा जान को खतरा भी हो सकता है। बुखार के 5 दिन बाद IgM एलाइजा जांच जरूर कराएं। एमजीएम एवं सदर अस्पताल में जांच की सुविधा निःशुल्क है। साथ ही टीएमएच में भी जांच कराया जा सकता है।
डेंगू को फैलने से रोका जा सकता है यदि प्रत्येक व्यक्ति एक आदर्श नागरिक की तरह निम्न बातों का पालन करे
1. घर के अन्दर व आंगन में जहां भी पानी एकत्रित हो रहा है, उसे साफ करें।
2. घर में कोई भी बेकार बर्तन, खुली बोतल, डिब्बे, पुराने टायर, कबाड़ एवं प्लास्टिक का सामान एकत्रित ना होने दें, इनमें पानी के ठहरने से डेंगू मच्छर के पनपने का खतरा सबसे अधिक है।
3. बर्तनों को खाली कर उलटा कर के रखें, पानी के बर्तन, टंकी और हौदे को ढक कर रखें
4. फूल के गमलों में पानी न जमा होने दें।
5. कूलर का पानी सप्ताह में एक बार खाली कर दें और सुखाने के बाद ही भरें।
6. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
7. ऐसे कपड़े पहने जो शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक सके।
8. डेंगू के लक्षण होने पर चिकित्सक से मिलें एवं बिना चिकित्सक की सलाह के कोई दवा ना लें।
डेंगू संबंधित कोई जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 9304389995