सूर्य मंदिर कमिटी पर भड़के सरयू राय… कहा- सूर्य मंदिर की आड़ में धंधा करने वालों की खोलूंगा पोल

0
Advertisements
Advertisements

जमशेदपुर:- सूर्य मंदिर की आड़ में धंधा करने वालों की पोल-पट्टी खोलूँगा और सरकार की कीमती जमीन और उस पर सरकारी खर्च से बनी संरचनाओं पर कब्जा जमाने की उनकी साजिश का पर्दाफाश करूँगा. तथाकथित सूर्य मंदिर समिति का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिये पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने पत्रांक 2162, दिनांक 29.12.2022 द्वारा निबंधन महानिरीक्षक को लिखा है. निबंधन महानिरीक्षक कार्यालय ने पत्रांक 13/नि॰, विविध संस्था 01/2023 45/नि॰, दिनांक 24.01.2023 से इस बारे में समिति से स्पष्टीकरण पूछा है कि क्यों नहीं इसका निबंधन रद्द किया जाए.

Advertisements
Advertisements

तथाकथित सूर्य मंदिर समिति ने स्वयं अपनी बाउंड्री माननीय सांसद महेश पोद्दार की सांसद निधि से 2021 में करा लिया है. मेरी विधायक निधि से जो भी योजनाएँ स्वीकृत हुई हैं वे सभी सूर्य मंदिर समिति की बाउंड्री से बाहर हैं. बाउंड्री से बाहर की सरकारी जमीन पर सूर्य मंदिर समिति कब्जा करना चाहती है.

झारखंड सरकार के आदेश पर उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम ने समस्त सरकारी जमीन और इसपर खड़ी संरचनाओं को अधिकृत कर इसका मालिकाना एक साल से अधिक समय पहले जेएनएसी को दे दिया है. गत वर्ष छठ व्रत के समय समिति ने शंख मैदान में जो कार्यक्रम किया था उसके लिये बाजाप्ता जिला प्रशासन से लिखित अनुमति लिया था. प्रशासन की अनुमति से कोई भी यहाँ कार्यक्रम कर सकता है. परंतु प्रशासन द्वारा स्वीकृत योजनाओं को समिति लागू नहीं होने देना चाहती है और इस भूखंड को अपने कब्जा में लेना चाहती है.

सूर्य मंदिर परिसर में और सरकारी जमीन पर विधायक निधि, सांसद निधि, पर्यटन विभाग की निधि आदि से कई संरचनाएँ खड़ी बतायी गई हैं. परंतु जमीन पर ये कहाँ हैं पता नहीं चलता. पूरी योजनाओं की सूची संलग्न है. इसमें से कोई भी देख सकता है.

See also  झारखंड में वोटिंग संपन्न होने के बाद तेज हो गई है प्रत्याशियों की धड़कन

सूर्य मंदिर समिति की आड़ में जमशेदपुर स्थित भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष खेल खेल रहे हैं. विधानसभा चुनाव की हार पचा नहीं पा रहे हैं. चुनाव हार जाने के बाद भी ताल तिकड़म से बाज नहीं आ रहे हैं. मेरे विकास कार्यों को सूर्य मंदिर परिसर में लागू नहीं होने देना चाहते हैं. इस स्थान पर अपने, अपने परिवार और चट्टे-बट्टों का कब्जा बरकरार रखना चाहते हैं. पूर्व की तरह यहाँ उनका व्यवसाय चलाने की साजिश रच रहे है.

सूर्य मंदिर परिसर आम जनता का है. इस पर सबका बराबर अधिकार रहेगा. सब अपना कार्यक्रम करेंगे, यहाँ निर्भीक आना जाना करेंगे. कोई इनसे वसूली नहीं करेगा. कोई यहाँ परिसर में घुसने के लिए टिकट नहीं वसूलेगा. यह परिसंपत्ति अब सरकार के कब्जा में है. जेएनएसी के कब्जा में है.

मैं यह बात जमशेदपुर के घर घर तक पहुँचाऊँगा. भाजपा कार्यकर्ताओं तक पहुँचाऊँगा. पूरे झारखंड तक पहुँचाऊँगा. इनकी पोल खोलूँगा. आज से यह पोल खोल अभियान शुरू हो गया.

Thanks for your Feedback!

You may have missed