जलसहिया को पिछले 50 माह से मानदेय नहीं मिलने पर भड़का उनका आक्रोश, पहुचें डीसी कार्यालय
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले की जलसहिया को पिछले 50 माह से मानदेय नहीं मिलने पर सोमवार को उनका आक्रोश भड़क गया. वे अपनी व्यथा सुनाने झारखंड राज्य जलसहिया संघ के बैनर तले डीसी कार्यालय पहुंचे हुये थे. इस बीच डीसी कार्यालय पर जोरदार हंगामा कर अपनी मांगों को डीसी विजया जाधव को अगवत कराने का काम किया. इस दौरान डीसी ने भी अपने स्तर से जो भी हो सकेगा, करने का आश्वासन देकर सभी शांत करवाया.
क्या हैं उनकी मांगें
जलसहियाओं की मांगों में पूर्व सरकार की ओर से मिल रहे 1000 रुपये का मासिक मानदेय देने, निर्वाचन के पूर्व घोषित न्यूनतम मजदूरी के आधार पर मासिक मानदेय का भुगतान करने, कार्यकाल के दौरान मृत्यु होने पर अनुकंपा का लाभ देने और 20 लाख रुपये का बीमा कराने का प्रावधान करने, रिक्त पदों को वरीयता के आधार पर भरने, उम्र सीमा 65 साल करने, ठेकेदारों के बजाये जलसहिया को स्वच्छता संबंधी कार्य देने, बकाया प्रोत्साहन राशि और शौचालय निर्माण कार्य का प्रोत्साहन भत्ता देने संबंधी मांगें शामिल हैं.
अध्यक्ष-सचिव ने क्या कहा
झारखंड जलसहिया संघ के जिला अध्यक्ष नीतु सिंह और सचिव तुलसी माझी ने डीसी से कहा कि उनके लिये घर-परिवार चलाना दूभर हो गया है. डीसी साहिबा खुद से ही फैसला लें कि आखिर उनका घर-परिवार कैसे चलेगा. 50 माह से मानदेय तक नहीं दिया गया है. बावजूद वे अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं. अब तो सब्र का बांध ही टूट गया है. अब और वे आगे अपनी जिंदगी की गाड़ी को नहीं खींच सकेंगे.