रंगकर्मियों के लिए मुक्त आकाशी रंगमंच संजीवनी बूटी के समान है : श्याम कुमार

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jamshedpur :  विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर शहर की सबसे पुरानी रंगकर्म से जुड़ी संस्था निशान द्वारा आज सिद्धगोड़ा स्थित टिस्को टेक्निकल प्रोविशनर्स एसोसिएशन के पुस्तकालय में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस समीक्षा बैठक में शहर के वरिष्ठ एवं युवा रंग कर्मियों द्वारा रंगकर्म पर आधारित विभिन्न विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा एवं आगामी समय में शहर में नाटकों एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों के आयोजन को लेकर एक भावी रूपरेखा पर विचार विमर्श किया गया। निशान संस्था के सदस्य राजेश कुमार ने कहा कि शहर की सबसे पुरानी संस्था होने के कारण यह संस्था का दायित्व बनता है कि वह शहर के अन्य सभी रंगकर्म से जुड़ी संस्थाओं को एक मंच पर लेकर आए जिससे कि रंगकर्म का समुचित विकास संभव हो सके। इस अवसर पर अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि शहर में रंगकर्म को लेकर एक उपेक्षा और उदासीनता का वातावरण बनता जा रहा है।

शहर के प्रेक्षागृह आर्थिक दृष्टिकोण से रंग कर्मियों की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं। वर्तमान में रंगकर्म एवं इसके जैसी अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों को जीवित रखने के लिए यह आवश्यक होता जा रहा है कि हम रंगकर्म के प्रदर्शन को लेकर नवीन विकल्पों की तलाश करें। इसी संदर्भ में सिद्धगोड़ा पुस्तकालय के द्वारा निरंतर अंतराल पर आयोजित किया जाने वाला मुक्त आकाशी रंगमंच एक बेहतर विकल्प के रूप में शहर के कलाकारों को मंच प्रदान कर रहा है। जिसमें अत्यंत ही कम आर्थिक खर्चों एवं सीमित संसाधनों में भी नाटकों का सफल आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर संस्था के अन्य सदस्य श्याम कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि शहर में मुक्त आकाशी रंगमंच का आयोजन रंगकर्म एवं इस विधा से जुड़े हुए अन्य लोगों के लिए संजीवनी बूटी के समान प्रतीत हो रहा है और दर्शकों को भी कुछ नवीन तकनीकों पर आधारित नाटकों को देखने का एक अलग अनुभव भी प्राप्त हो रहा है। परंतु इस विधा के उतरोत्तर विकास के लिए यह आवश्यक है कि हमें जिला प्रशासन का प्रशासनिक सहयोग एवं शहर के अन्य सामाजिक संस्थाओं की सहभागिता एवं मार्गदर्शन प्राप्त हो। इस बैठक में प्रेम शर्मा, सुशांत कुमार, बबलू राज, विवेक बिहारी मिश्रा, प्रदीप, मौसमी दत्ता, अमित सिंह, अमन कुमार, चन्दन कुमार, अनिषा, अमीषा शैलेन्द्र महतो एवं अन्य लोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम की अध्यक्षता एस एन सिंह ने की एवं मंच संचालन अंकुश शास्वत ने किया।

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