आदित्यपूर: बीत गए 24 दिन! सुवर्णरेखा परियोजना परिसर में अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर आमरण अनशन में बैठे मनोहर महतो, सुध लेने नही पहुँचे प्रशासक, प्रबंधक न कोई अधिकारी न विधायक न कोई सांसद शर्म की बात: खगेन महतो ..
आदित्यपुर: चांडिल डैम के विस्थापित गोविंदपुर निवासी 70 वर्षीय मनोहर महतो डैम की वजह से डूबे घर, खेत, खलिहान के मुआवजे की मांग को लेकर बुधवार शाम से स्वर्णरेखा प्रशासक कार्यालय आदित्यपुर के सामने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन बैठ गए हैं. उनके समर्थन में दो दर्जन से ज्यादा विस्थापित भी आंशिक व पूर्ण विस्थापन की वजह से मुआवजे की मांग को लेकर क्रमिक अनशन पर आए हैं. इन धरनार्थियों का नैतिक समर्थन करने के लिए आजसू नेता खगेन महतो भी धरना पर हैं.
देखें videoअनशन में बैठे लोग..
वही विस्थापितों की समस्याओं की जानकारी देते हुए खगेन महतो ने कहा कि ये सभी विस्थापित डैम निर्माण की वजह से वर्षों से विस्थापन का दर्द सह रहे हैं. इनलोगों ने काफी दिनों तक विभाग के अपर निदेशक से लेकर प्रशासक तक से गुहार लगाकर थक चुके हैं लेकिन इनकी समस्याओं पर विचार नहीं होने से आज से ये सभी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. ऒर अनशन का 24 दिन होने के बावजूद कोई भी इन अनशनकारियों से न अधिकारी मिल रहे है न स्थानीय सांसद ना कोई विधायक जबकि अनशनकारी मनोहर महतो के नेतृत्व में अनशन जारी है जहाँ खुद मनोहर महतो की तबियत खराब हो रही है जिसे देखने के लिए मेडिकल टीम या कोई मजिस्ट्रेट भी नियुक्त नही किया गया अब इन्हें देख यही लग रहा है कि अनशन के दौरान मौत भी हो जाए तो इन अधिकारियों की नींद नही खुलेगी.
बता दे मामला सिर्फ एक विस्थापित का नही 116 गांव के विस्थापितो की है जो मनोहर महतो के साथ दे रहे है वही इन लोगो का मांग है कि विस्थापितों के ग्रामो का नाम नेट पर दर्ज किया जाए विस्थापितों का विकास पुस्तिका निर्गत कराया जाए.
बाइट-
खगेन महतो (आजसू नेता )