18 हज़ार मानदेय की मांग को लेकर सहिया गयी हड़ताल पर सड़क पर उतरने की दी चेतावनी

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झारखंड :- झारखंड के 42 हज़ार सहिया अपनी मानदेय को लेकर 23 जनवरी से हड़ताल पर है लेकिन समाधान के बजाय स्वास्थ्य मंत्री तारीख पर तरीख दे रहे है जिससे अब इनका सब्र टूट चुका है और सड़क पर उतर कर आंदोलन करने की चेतावनी दे डाली है.झारखंड प्रदेश के 24 जिलों में कार्यरत 42 हज़ार सहिया एवम सहिया साथी CS व PSC कार्यालय के समक्ष अपने 15 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है जिसमे इनकी मुख्य मांगे 2 हज़ार रुपये प्रोत्साहन राशि के बजाय18हज़ार रुपये मानदेय देने की है लेकिन इन्हें सिर्फ अब तक आश्वासन ही मिल पाई है । वैसे राज्य के अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी इतने ही दिनों से जमशेदपुर सहित अन्य जिलों के CS कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठे है जबकि सहिया और उसके साथी जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी धरना देकर सरकार का इनके प्रति उदासीनता के खिलाफ विरोध प्रकट कर रहे है सरकार के रवैये से झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य सहिया संघ का सब्र अब टूट चुका है संघ के संयोजक संजू मिश्रा ने कहा कि प्रदेश की 42 हज़ार सहिया और साथी पिछले 16 वर्षों से उम्मीद और आश्वाशन पर 24 घण्टे कार्य कर रही है पिछली सरकार में वे एक उम्मीद में कार्य कर रही थी 2015 से एक हज़ार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में मिली थी फिर 2018 में दो हज़ार किया गया जो आज तक चल रहा है सरकार बदल गई लेकिन इस राशि मे कोई बढ़ोतरी नही की गई और ना ही मानदेय ही सुनिश्चित किया गया जिसको लेकर 16 अक्टूबर 2022 को रांची स्वास्थ्य कार्यालय में मंत्री ने 15 दिन की मोहलत मांगी लेकिन पहल नही होने पर दुबारा 17 से 19 nov को धरना के दौरान मोहराबादी में मंत्री में 15 दिन का आश्वासन मांगी लेकिन फिर कुछ नही हुआ जिसके बाद प्रदेश के 42 हज़ार सहिया 23 जनवरी 2023 से मजबूरन हड़ताल पर चले गए 5 दिन बाद भी कोई पहल नही होता देख अब इनका स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के खिलाफ सब्र टूटने लगा है अब इन सहियाओं ने चेतावनी दे डाली है कि वे सड़क पर उतर कर अपने आंदोलन को उग्र करेगी.

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