रामकृष्ण फोर्जिंग के सेनापति ने खुद को बताया पत्रकार , प्रेस क्लब ने नकारा , क्या फर्जी पत्रकार है सेनापति ?

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आदित्यपुर / सरायकेला:- सरायकेला जिला के रामकृष्ण फोर्जिंग के सीपीओ सेनापति बीते दिन पत्रकार और पुलिस प्रशासन से उलझने के बाद खुद को पत्रकार होने का दावा भी करने लगे है . बता दें की मामले की जानकारी के लिए जब लोक आलोक न्यूज़ ने उनसे बात करना चाहा तो उन्होंने बड़ा सहज तरीके से खुद को पत्रकार बताया . जब इस बात की जानकारी मांगी गयी कि आप किस अख़बार , न्यूज़ पोर्टल या चैनल से है तो उन्होंने कहा कि मै प्रेस क्लब से हूँ. बकायदे इस बात की पुष्टि करने के लिए दो पत्रकारों के भी नाम ले लिए . सेनापति ने बड़े आत्मविश्वास के साथ यहाँ तक कह दिया की उनके पास प्रेस क्लब का आईडी कार्ड भी है समय आने पर उसे दिखायेंगे . लेकिन पड़ताल के लिए लोक आलोक न्यूज़ ने बताये गये दोनों पत्रकारों से जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने साफ तौर से इस बात से इंकार कर दिया और उनका कहना था कि सेनापति पत्रकार है या नहीं इस बात की जानकारी भी उन्हें नहीं है . आईडी कार्ड देना तो दूर की बात है . वैसे इस तरह खुद को स्वतंत्र पत्रकार बताकर और ना रहते हुए भी खुद को प्रेस क्लब का सदस्य बताना सवाल खड़ा करता है. हालाँकि सेनापति के बात करने के रवैये से ऐसा साफ़ प्रतीत होता है की वे पत्रकारिता नहीं करते है लेकिन अपना धौस बनाने के लिए खुद को पत्रकार बताते है .

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वैसे बता दें की इस तरह से ये पहली दफा नहीं है जब फर्जी पत्रकार के रूप में सेनापति सामने आये है . इसके अलावे भी जिले में कई ऐसे पत्रकार घूम रहे है जो खुद को बड़े चैनल का प्रतिनिधि बताकर अधिकारियो और व्यापारियों को धमकाकर उनसे पैसे उगाही भी करते है . जिला प्रशासन के द्वारा इस तरह के लोगो पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए . ताकि इस तरह की गलत आदत लोगो में ना फैलें और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के प्रति लोगो का सम्मान बना रहें .

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