परिवहन मंत्री के गृह जिले में अवैध बालू उत्खनन रोकने में जिला प्रशासन विफल हो रहा है, किसके दबाव में
सरायकेला खरसावां:- सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया अंचल अंतर्गत आदित्यपुर थाना क्षेत्र के सपड़ा एवं चांडिल क्षेत्र के गौरी घाट से, फिर से बड़े पैमाने पर अवैध बालू उत्खनन, का कार्य शुरू हो गया है. प्रशासन द्वारा तिरुलडीह क्षेत्र में छापामारी कर कोरम पूरा किया जा रहा है. आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सपड़ा गौरी घाट से एक बार फिर बालू माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर दिन के उजाले में अवैध बालू उत्खनन किया जा रहा है. विगत दिनों चांडिल एसडीओ और सरायकेला एसडीओ द्वारा संयुक्त रुप से सपड़ा घाट पर छापेमारी की गई थी, लेकिन उस वक्त भी प्रशासन को कुछ हाथ नहीं लगा था, क्योंकि छापामारी की सूचना वक्त से पहले ही माफियाओं तक पहुंच गया था. प्रशासन द्वारा डोंगल में छेद कर चोट पहुंचाई गई. इस कार्रवाई के बाद से तकरीबन 20 दिनों तक पूरी तरह से अवैध बालू खनन बंद रहा .लेकिन बालू माफिया धीरे-धीरे सक्रिय होते चले गए और अब फिर एक बार बड़े पैमाने पर बालू खनन किया जा रहा है .घनी आबादी से सटे होने के बावजूद यहां अवैध उठाव जारी है. सूत्र बताते हैं कि अवैध बालू उठाव कर पूरे आदित्यपुर और गम्हरिया क्षेत्र में आपूर्ति की जा रही है.
चांडिल अनुमंडल अंतर्गत तिरुलडीह थाना क्षेत्र में 2 दिन पूर्व चांडिल अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर अवैध बालू से लदे चार ट्रैक्टरों को जब्त किया था, और चार चालकों को भी गिरफ्तार किया गया था.यहाँ सुवर्णरेखा नदी के पैलोंग और सपादा घाट से अभी प्रतिदिन सैकड़ो हाईवा से बालू का उठाव बदस्तूर जारी है ,लेकिन खनन विभाग चिर निद्रा में है. जिला प्रशासन बालू माफियाओं के आगे असफल और विवस नजर आ रहा है. टास्क फोर्स का गठन भी टांय टांय फिश हो गया है. सूत्रों का कहना है कि बिना प्रशासन की मिलीभगत के इतने बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन कार्य नहीं हो सकते. माननीय परिवहन मंत्री सह स्थानीय विधायक चंपई सोरेन का यह गृह जिला है .जहां अवैध कारोबार रोकने में जिला प्रशासन पूर्णता असफल साबित हो रहा है. यह किसके दबाव में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. संवाददाता ने जब इस पूरे मामले के लिए राज्य के मुख्य सचिव से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया. परंतु संपर्क नहीं हो पाया.