लोक आलोक न्यूज से खास बातचीत में लोहरदगा एसपी प्रियंका मीणा से जानिए कैसे करती है महिलायो के लिए काम , हाल ही में सीआरपीएफ की ओर से मिला डीजी डिस्क अवॉर्ड , भारत के टॉप 50 पॉपुलर आईपीएस के लिस्ट में भी हो चुकी है शामिल , 2013 बैच की सबसे यनगेस्ट कैनडिडेट रह चुकी है आईपीएस प्रियंका मीणा , महिला दिवस पर विशेष …
लोहरदगा :- पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आज यानि 8 मार्च को मनाया जाता है । इस दिन को मनाने का मुख्य उदेश्य है कि महिलाओं को हर स्तर पर बढ़ावा मिल सकें । आज इस दिन के खास अवसर पर हम आपको बताएंगे एक खास महिला प्रशासनिक अधिकारी के बारे में जिन्हे हाल ही में पिछले हफ्ते डीजी डिस्क अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है । बता दें कि झारखंड के लोहरदगा में पदस्थापित एसपी प्रियंका मीना को उनके शानदार और अभूतपूर्व एंटी नक्सल ऑपरेसन्स के लिये इस सम्मान से नवाजा गया है । जो कि सीआरपीएफ के तरफ से दिया गया है ।
बता दें कि आइपीएस प्रियंका मीणा 2013 बैच की सबसे यनगेस्ट कैनडिडेट भी रही है जिन्होंने लोहरदगा में पहली महिला एसपी के रूप में वर्ष 2020 में पदभार संभाला । हालांकि यह महज संयोग रहा कि लोहरदगा के 30वें एसपी के रूप में प्रियंका मीणा ने 30 अप्रैल को ही अपने पद पर योगदान दिया।
लोक आलोक से खास बातचीत के दौरान एसपी प्रियंका मीणा ने बताया कि झारखंड के लोहरदगा में अधिकारियों के सहयोग से एंटी नक्सल ऑपेरेसन्स में बडी कामयाबी मिली जिसमें 1 नक्सली मार गया था और कुल 9 नक्सली जिंदा पकड़े गए थे एवं 23 हथियार भी बरामद हुए थे । इससे पहले गिरीडीह में 11 हथियार की बरामदगी हुई थी लेकिन इस बार लोहरदगा में कुल 23 हथियार जब्त किए गए जो कि हमारे लिए बड़ी कामयाबी थी । बड़ी बात यह रही कि एक ही ऑपरेसन में ये पूरी सफलता मिली है । महिला होकर जिले को संभालने की बात पर उन्होंने कहा कि महिला होने के बावजूद भी काम करने में किसी तरह की परेशानी नहीं आती है क्योंकि सीनियर का सपोर्ट रहता है और जैसे ही कोई सफलता हाथ लगती है तो मनोबल और बढ़ जाता है । बता दें कि इससे पूर्व आईपीएस प्रियंका मीणा पूरे देश के टॉप 50 पॉपुलर आईपीएस के लिस्ट में भी शामिल हो चुकी है ।
महिलाओं को प्रेरित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हालांकि हमारा समाज पुरुष प्रधान रहा है लेकिन फिर भी अगर लोग बचपन से ही अपने लड़कियों को भी प्रेरित करें और अच्छी शिक्षा दें तो लड़कियां भी आगे जरूर सफल हो सकती है । उन्होंने कहा कि अगर हम लड़कियों को बचपन से ही बताने लगे कि व भी कुछ कर सकती है तो लड़कियां बिल्कुल ही हर क्षेत्र में कामयाब हो सकती है । खासकर घर की महिलायाओ की यह जिम्मेदारी बनती है कि घर में लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव न करें । और लड़कियों को अपने जिंदगी से जुड़े निर्णय खुद ही लेना चाहिए क्योंकि जिंदगी उनकी अपनी है । जिले के महिलायो के विकास के लिए प्रशासन की मदद से नक्सली क्षेत्रों में भी लोगों तक पहुँच कर उन्हे जागरूक किया जाता है यहाँ तक कि उन्हे रोजगार से जोड़ने की भी कोशिश भी की जाती है और काफी हद तक उन्हे नक्सल प्रभावित जीवन से हटा कर सामान्य जीवन में लाने की कोशिश भी की जाती है ।
एसपी प्रियंका मीणा ने कहा कि लोहरदगा के लोगों ने हमेशा पुलिस-प्रशासन का साथ दिया है। हमनें अपराध और उग्रवाद को रोकने को लेकर एक टीम की तरह काम किया है। अपराध को रोकने में भी यहां के लोगों ने सहयोग की भावना के तहत काम किया है। उम्मीद करते हैं कि लोहरदगा के लोग इसी प्रकार से पुलिस-प्रशासन का साथ देते रहेंगे।