सूर्य मंदिर सिदगोड़ा में छठ की तैयारियों जोरों पर, कोरोना निर्देशों का पालन करते हुए मनाया जाएगा पर्व
■ छठ घाट के लिए 10 नवंबर को दोपहर 2 बजे खुलेगा प्रवेश द्वार, पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर हो सकेंगे शामिल।
जमशेदपुर (संवाददाता ):– सूर्य मंदिर परिसर में छठ महोत्सव के तैयारी के संबंध में सूर्य मंदिर समिति द्वारा प्रेस वार्ता हुई। शनिवार को सूर्य मंदिर के साभागर में आयोजित प्रेस वार्ता में मंदिर समिति के कई पदाधिकारी शामिल हुए। प्रेस-वार्ता में बताया गया कि इस वर्ष छठ महोत्सव को सफल बनाने के लिए जहां जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है, वहीं मंदिर समिति ने कोरोना गाइड लाइन का हर हाल में पालन करने का निश्चय किया है। छठ महोत्सव कार्यक्रम की तैयारी मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के दिशा-निर्देश में की जा रही है। मंदिर समिति ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रम एवं पिछले वर्षों की तरह बिना किसी लाभ हानि के पूजन सामग्रियों की बिक्री नहीं करने का निर्णय लिया है।मंदिर समिति की ओर से 9 नवंबर को आर्थिक रुप से कमजोर व्रतधारियों के बीच नि:शुल्क पूजन सामग्रियों का वितरण किया जायेगा। इसके लिए, पूर्वी जमशेदपुर के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गयी है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर व्रतधारियों का पता लगा कर सूची मंदिर समिति को सौंपे। मंदिर समिति की ओर से सूर्य धाम परिसर में ऐसे जरूरतमंद पांच सौ लोगों के परिजनों के बीच 9 नवंबर को पूर्वाह्न 10 बजे से पूजन सामग्रियों का वितरण किया जाएगा। सूर्य मंदिर तालाब समेत पूरे मंदिर परिसर में पेंटिंग एवं सफाई का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। तालाब की सफाई के बाद तालाब की सतह की नयनाभिराम पेंटिंग की जा रही है। पेंटिंग का कार्य संपन्न होने के बाद इसमें जुस्को का स्वच्छ जल भरा जायेगा। इस जल की पारदर्शिता आकर्षक होगी। आपको यह तालाब नीले सरोवर की तरह झिलमिल करता नजर आयेगा। तालाब के भीतर बाहर की लाइटिंग इंद्रधनुषी छटा को बिखरेगी। मंदिर परिसर में आकर्षक विद्युत सज्जा की जा रही है। साथ ही सूर्य मंदिर को विशेष तौर पर रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जायेगा। बताया कि सूर्य मंदिर के स्वयंसेवक छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सेवा में लगातार सक्रिय रहेंगे।प्रेस-वार्ता के दौरान गुँजन यादव, अखिलेश चौधरी, संजय सिंह, विनय शर्मा, शशिकांत, दीपक विश्वास, विश्वनाथ सरकार व अन्य उपस्थित थे।