भाजपा महानगर महिला मोर्चा की जिला कार्यसमिति बैठक में बढ़ते महिला अपराध पर जाहिर की गई चिंता, राजनीतिक प्रस्ताव ध्वनि मत से हुआ पारित
■ मोदी सरकार में 11 महिला सांसदो के मंत्री बनने, सैनिक स्कूलों में लड़कियों के नामांकन समेत सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना के लिए पीएम मोदी का जताया आभार।
जमशेदपुर (संवाददाता ):- भाजपा जमशेदपुर महानगर के महिला मोर्चा की जिला कार्यसमिति बैठक रविवार को संपन्न हुई। महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ज्योति अधिकारी की अध्यक्षता में बारीडीह क्षेत्र अंतर्गत बागुन नगर स्थित आशीर्वाद मंडप में आयोजित कार्यसमिति बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व विधायक मेनका सरदार, प्रदेश मंत्री रीता मिश्रा, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष कल्याणी शरण, भाजपा जिलाध्यक्ष गुँजन यादव, मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष रूपा सिंह, कोल्हान प्रभारी सुमन गागराई, प्रदेश प्रवक्ता लवली गुप्ता, मोर्चा के जिला प्रभारी राकेश सिंह मुख्यरूप से शामिल हुए। अतिथियों ने पार्टी के पितृ पुरुष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं अटल बिहारी के वाजपेयी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं ‘वंदे मातरम’ गीत के साथ बैठक का विधिवत शुभारंभ किया। मोर्चा के जिलाध्यक्ष ज्योति अधिकारी ने स्वागत संबोधन करते हुए संगठन के अब तक के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने प्रदेश द्वारा दिए गए कार्यों पर महानगर का रिपोर्ट कार्ड पेश कर संगठन के संरचना की जानकारी दी। बैठक में विषय प्रवेश महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष रूपा सिंह ने कराया और राज्य में महिलाओं और बच्चियों के प्रति बढ़ते आपराधिक घटनाओं पर चिंता जाहिर की। बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मी मिर्धा ने पेश की जिसे साभागर में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने ध्वनि मत से पारित किया।
बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कोरोनाकाल में महिला मोर्चा के सेवा कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों में परिवार के साथ-साथ आमजनों की जो सेवा की है वो प्रशंसनीय है। कहा कि प्रदेश में महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटना चिंताजनक है। राज्य सरकार महिला सुरक्षा के प्रति गंभीर नही है। उन्होंने हेमंत सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में जनजातीय समाज के जल-जंगल-जमीन और संस्कृति पर लगातार प्रहार किया जा रहा है। राज्य में आदिवासियों का नरसंहार हो रहा है। आदिवासी समाज के बच्चियों, लड़कियों के उत्पीड़न एवं दुष्कर्म की खबरें दुःखद है। महागठबंधन की सरकार में राज्य में आदिवासी एवं बदलित बच्चियों के साथ उत्पीड़न की घटना में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। राज्य में विगत 19 महीनों के शासन काल में 2725 महिलाओं के साथ दुष्कर्म के घटना एवं 2961 हत्याऐं इस बात को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त है कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बद से बदतर है। उन्होंने कहा कि कई मामले ऐसे हैं जिसमें सरकार और प्रशासन की भूमिका भी शक के दायरे में है। वहीं, उन्होंने झामुमो-कांग्रेस सरकार पर चुनावी वादे भूलने का आरोप लगाया। कहा कि घोषणापत्र में महिलाओं से बड़े वादे करने वाली झामुमो-कांग्रेस सत्ता में आते ही अपने घोषणापत्र को भूल गयी है।
पूर्व विधायक मेनका सरदार ने कहा कि हेमंत सरकार ने बढ़ते महिला अपराध पर कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा चलाई गई अनेकों सफ़ल योजनाओं को बंद कर सरकार ने महिला विरोधी होने का प्रमाण दिया है।इस दौरान भाजपा प्रदेश मंत्री रीता मिश्रा, महिला मोर्चा की प्रदेश प्रवक्ता लवली गुप्ता, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महिला मोर्चा लवली सिंह, जिला महामंत्री नीलू झा, रश्मि भारद्वाज, जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मी मिर्धा, रीना चौधरी, मंत्री लीना चौधरी, रजनी मिश्रा, कोषाध्यक्ष सीमा जायसवाल, मीडिया प्रभारी रानी ठाकुर, सोशल मीडिया प्रभारी ममता सिंह, शुक्ला हलदर, विजयलक्ष्मी, भारती सिंह, कार्यालय प्रभारी भारती कुमारी एवं सभी मंडलों के अध्यक्ष सुधा यादव, मौसमी दास, मधु तांती, सरला महतो, संजना साहू, पिंकी सिंह, उर्मिला दास, लक्ष्मी सिंह, बिमला साहू समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।