केरल में हालात बेकाबू, सख्ती की गई पाबंदियां, महाराष्ट्रा में भी डेल्टाक प्लयस वैरिएंट के मामले बढ़कर 65 हुए
दिल्ली:- केरल में कोरोना का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और महाराष्ट्र में भी कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले महीने से ही राज्य में देश में मिल रहे कुल मामलों के आधे से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। बकरीद के मौके पर पाबंदियों में छूट देने पर सर्वोच्च अदालत से फटकार खा चुकी राज्य की विजयन सरकार ने ओणम से पहले सख्त लाकडाउन लगा दिया है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां संक्रमण दर आठ फीसद से ज्यादा है। ओणम 20 अगस्त को है। अगर हम पूरे देश की बात करें तो एक दिन पहले के मुकाबले नए मामलों में करीब 10 हजार की वृद्धि हुई है, लेकिन सक्रिय मामले 140 दिन बाद सबसे नीचे आ गए हैं।
केरल सरकार ने लिया यह फैसला
केरल में संक्रमण को काबू में करने के लिए सरकार ने 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को 15 अगस्त तक कम से कम टीके की एक डोज लगा देने का फैसला किया है। इसके अलावा 18 साल से अधिक उम्र के ऐसे मरीजों को भी 15 अगस्त तक टीके लगाए जाएंगे जो चलने-फिरने में लाचार हैं।
केवल जरूरी गतिविधियों की छूट
15 अगस्त के बाद सबरीमाला मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर 15 हजार प्रतिदिन कर दिया गया है। इसके लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा। साथ ही ओणम, दुर्गा पूजा, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी और मुहर्रम जैसे त्योहारों के लिए सिर्फ जरूरी गतिविधियों को करने की ही छूट दी गई है।