आज 45 साल के हुए CM हेमंत सोरेन,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी जन्मदिन की बधाई.

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रांची:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जन्मदिन की बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर जन्मदिवस की बधाई देते हुए उनके लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। वहीं, पीएम मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जवाब में लिखा- धन्यवाद आदरणीय प्रधानमंत्री जी।

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बीते 5 वर्षों में हेमंत सोरेन न सिर्फ पार्टी के अंदर अपनी पकड़ मजबूत की, बल्कि झारखंड में अपनी लोकप्रियता बनाई. इसका परिणाम यह हुआ की साल 2019 में, वह दोबारा मुख्यमंत्री बन गए. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि राजनीतिक बुलंदियों पर पहुंचे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इंजीनियर बनना चाहते थे। उनका शौक फोटोग्राफी और पेंटिंग था, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी कि उन्हें राजनीति की रपटीली राह पर चलना पड़ा। 10 अगस्‍त 1975 को जन्‍मे हेमंत सोरेन झारखंड की सबसे बड़ी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा का नेतृत्व संभालने आगे आए। आरंभ में उनकी क्षमता को लेकर राजनीतिक गलियारे में सवाल भी उठे, लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर हेमंत सोरेन ने साबित कर दिया कि वे राजनीतिक रेस के बड़े खिलाड़ी हैं।

वे अपनी पार्टी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं। अन्य राज्यों में भी उनकी पैठ बढ़ रही है। बंगाल विधानसभा चुनाव में जब उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा का उम्मीदवार उतारने की तैयारी की तो तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने उनसे सहयोग मांगा। हेमंत सोरेन ने उनके प्रत्याशियों के पक्ष में कई चुनावी सभाएं की।

इसके अलावा उन्होंने असम विधानसभा चुनाव में भी जनजातीय बहुल इलाकों में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाया। हेमंत सोरेन तमाम राष्ट्रीय मसलों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं। शासन चलाने के साथ-साथ वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के शीर्ष रणनीतिकार भी हैं। रोजाना प्रमुख गतिविधियों की फीड बैक लेना और तत्काल उस पर सधी प्रतिक्रिया देना उनके रोजमर्रा के कामकाज में शुमार है।

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संवेदनशील और विनम्र स्वभाव के साथ-साथ संबंधों का ख्याल रखने वाले हेमंत सोरेन का व्यक्तित्व कई खूबियां समेटे हुए है। वे समस्याओं को लेकर उनके समक्ष आने वाले लोगों की बातों को पूरी गंभीरता के साथ सुनते हैं और निदान का निर्देश देते हैं। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से इतर वे विपरीत परिस्थिति में सहायता के लिए सबसे आगे आते हैं।

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