उनकी आंखों का उजाला याद आता है मुझे …
जमशेदपुर:- मानगो डिमना रोड स्थित सुभाष कालोनी में शनिवार की शाम 5 बजे से एक काव्यगोष्ठी का आयोजन शहर की युवा कवयित्री अंकिता सिन्हा के नेतृत्व में किया गया। अध्यक्षता शहर की ख्यातिप्राप्त साहित्यकार डॉक्टर रागिनी भूषण और संचालन मुस्ताक राज ने किया। इस काव्यगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में रांची निवासी साहित्य प्रेमी एवम पेयजल एवम स्वच्छता विभाग से सेवानिवृत राम प्रवेश प्रसाद उपस्थित थे। मौके पर अंकिता सिन्हा ने अपनी प्रस्तुति में खूब वाहवाही बटोरी। अंकिता ने अपनी प्रस्तुति में
आज के दिन ,घर पे उतरी, खुशियों की बारात है।
मेरे घर मेहमान आए, प्यार की सौग़ात है।
शुक्र करती हूँ मैं हर पल,अपने ईश्वर की सदा, अंकिता, सर पर मेरे,मेरे गुरु का हाथ है से शुरुआत की।
उनकी आंखों का उजाला याद आता है मुझे, प्रेम की बाहों का हाला याद आता है मुझे।
अंकिता अब खो गया है,स्वाद हर इक चीज़ का, माँ के हाथों का निवाला याद आता है मुझे। इस प्रस्तुति में सबको भावुक कर दिया। कवि सम्मेलन में सुधा अग्रवाल, श्यामल सुमन, लक्ष्मण प्रसाद, गौहर, मुस्ताक राज, संध्या सिन्हा, दिलशाद नाजमी, जफर हाशमी, सोनी सुगंधा ने एक से बढ़कर प्रस्तुति दिए।