टाटा टिस्कॉन बना ग्रीनप्रो सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाला भारत का पहला रिबार ब्रांड
- निर्माण सामग्री के लिए सीआईआई ग्रीन बिजनेस सेंटर से मिला प्रमाणन
- सस्टेनेबल उत्पादों को टाटा स्टील का प्रोत्साहन
मुंबई : टाटा स्टील रिबार के लिए ग्रीनप्रो सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाली पहली भारतीय स्टील कंपनी बन गई है। ‘ग्रीनप्रो इकोलेबल’ एंड-यूजर्स को सबसे कम पर्यावरणीय प्रभाव वाला स्टील खरीदने के बारे में एक जानकारी युक्त विकल्प प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। इस प्रमाणन ने टाटा टिस्कॉन को भारत में पहला ग्रीनप्रो सर्टीफाइड रिबार ब्रांड बना दिया है।
स्टील रिबारों का उपयोग कई उद्योगों में किया जाता है और बड़े पैमाने पर घर के निर्माण समेत अन्य प्रकार के निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है। ‘ग्रीन बिल्डिंग्स’ भविष्य के विकास और उन्नति के लिए महत्वपूर्ण हैं, जहां ग्रीनप्रो प्रमाणित रिबार इन्वायर्नमेंट फुटप्रिंट को कम करने में उल्लेखनीय प्रभाव डालेंगे। इस साल की शुरुआत में, टाटा स्टील ने स्टील रिबार के लिए ग्रीनप्रो फ्रेमवर्क विकसित करने में सीआईआई ग्रीन बिजनेस सेंटर (जीबीसी) और अन्य संबंधित स्टेकहोल्डरों के साथ सहयोग किया। इसने स्टील रिबार के लिए देश का पहला टाइप1 ‘इको-लेबल-ग्रीनप्रो स्टैंडर्ड’ स्थापित करने में मदद की। बिस्वजीत घोष, चीफ टेक्नोलॉजी (प्रोडक्ट टेक्नोलॉजी), टाटा स्टील फ्रेमवर्क विकसित करने के लिए सीआईआई जीबीसी द्वारा गठित समिति के अध्यक्ष थे। उनके नेतृत्व में प्रोडक्ट टेक्नोलॉजी और एलसीए टीम ने अन्य निर्माण सामग्रियों के लिए सीआईआई जीबीसी के मौजूदा ग्रीनप्रो मानकों के अनुसार फ्रेमवर्क के विकास में मदद की।
टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (स्टील मार्केटिंग एंड सेल्स) पीयूष गुप्ता ने कहा, “घरों और बुनियादी संरचनाओं के निर्माण के लिए सस्टेनेबल प्रोडक्ट बनाने के हमारे प्रयास में रिबार का ‘ग्रीनप्रो इकोलेबल’ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हमारी आर ऐंड डी, टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग टीमों ने पर्यावरण-स्नेही फुटप्रिंग के साथ स्टील उत्पादों का विकास किया है। हमें यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि टाटा स्टील से जुड़ी सभी रिबार निर्माण इकाइयां ग्रीनप्रो प्रमाणित हैं। इसके साथ, हम अपने ग्राहकों – व्यक्तिगत घर निर्माताओं और कंस्ट्रक्शन कंपनियों – के साथ राष्ट्र के लिए ’कार्बन स्मार्ट’ भविष्य का सह-निर्माण करने के लिए तत्पर हैं।”
‘ग्रीनप्रो’ निर्माण सामग्री के लिए सीआईआई जीबीसी द्वारा टाइप1 इको-लेबल है और इसे आईजीबीसी ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग सिस्टम में मान्यता प्राप्त है। जो बिल्डर ‘ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग सिस्टम’ का चयन कर रहे हैं, वे अब अपने निर्माण में टाटा टिस्कॉन रिबार के उपयोग का लाभ उठा सकेंगे। ग्रीनप्रो इको-लेबलिंग प्रोग्राम का उद्देश्य बिल्डिंग सेक्टर में सस्टनेबल उत्पादों को बढ़ावा देना है।
टाटा स्टील हाउस से भारत का सबसे लोकप्रिय रिबार ब्रांड ‘टाटा टिस्कॉन’ ने 2020 में दो दशक पूरे किए। दिसंबर 2000 में लॉन्च किया गया ष्टाटा टिस्कॉनष् 14 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी और 7000 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ टाटा स्टील के पोर्टफोलियो का सबसे बड़ा बी2सी ब्रांड बन गया है। पिछले 20 वर्षों में, टाटा टिस्कॉन ने विश्वसनीयता बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है और घर निर्माण के लिए शुद्ध स्टील के महत्व को रेखांकित किया है। रिबार की विस्तृत श्रृंखला के साथ, प्रोडक्ट ब्रांड ने प्रभावी तरीके से सभी ग्राहक खंडों की आवश्यकताओं की पूर्ति को सुनिश्चित किया है।
टाटा टिस्कॉन ‘ग्रीनप्रो’ प्रमाणन (सर्टीफिकेशन) प्राप्त करने वाला टाटा स्टील का पांचवां उत्पाद है। कंपनी के जिन चार उत्पादों को पहले ही ग्रीनप्रो सर्टिफिकेशन मिल चुका है, उनमें जीजीबीएस (ग्राउंड ग्रेनुलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग), टाटा प्रवेश (स्टील डोर्स एंड विंडोज), टाटा पाइप्स (स्टील पाइप्स) और टाटा स्ट्रक्चर (स्ट्रक्चरल स्टील सेक्शन) शामिल हैं। अपने उत्पादों के लिए इको-लेबलिंग पहल को अपना कर टाटा स्टील ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ अपने उत्पाद के पूरे जीवन चक्र में इसके प्रदर्शन का मूल्यांकन करने इनमें और सुधार करने के लिए ‘प्रोडक्ट सस्टनेबिलिटी’ को बढ़ावा दे रहा है।
ग्रेड के साथ टाटा स्टील की सभी रिबार निर्माण इकाइयां – एफई 500, एफई 500डी, एफई 500डी(सीआरएसडी), एफई 550डी, एफई 600डी (एचडी) प्रमाणन के अंतर्गत आती हैं। टाटा स्टील सुनिश्चित करती है कि उत्पादों के निर्माण के लिए उपयोग की जाने वाली प्रोद्योगिकियां और प्रक्रियाएं संसाधनों को इष्टतम करें और कुशल हों। कंपनी प्रोडक्ट डिसक्लोजर विकसित करने की इच्छा रखती है, जो विश्व स्तर पर अग्रणी ’ग्रीन बिल्डिंग सर्टीफिकेशन प्रोग्राम्स’ का अनुपालन करता है।