शहीद गणेश हांसदा के वीरगति को 1 साल पूरा होने के बाद भी सरकार से नही मिली कोई सुविधाएं , गैस चूल्हा तक नही है घर में , विधायक ने एक साल में दो हजार रुपए देकर परिवार पर किया उपकार …

Advertisements
Advertisements
Advertisements

जमशेदपुर:- जमशेदपुर के बहरागोड़ा के कोसाफुलिया गांव में शहीद गणेश हांसदा की पहली शहादत दिवस आज मनाई गई। इस अवसर शहीद की फोटो पर फूल माला पहनाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस अवसर पर समाजसेवियों और नेताओं की कतार लगी हुई थी। सभी लोगों ने शहीद को नमन किया। इस अवसर पर शहीद के भाई दिनेश हांसदा ने बताया कि चीन के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ लड़ते हुए उनके भाई गणेश हांसदा वीरगति को प्राप्त हो गए थे। उन्होंने बताया कि मेरे भाई के शहादत से पूरे परिवार और गांव के साथ झारखंड ही नहीं बल्कि पुरे देश वासियों को गर्व है। लेकिन सरकार द्वारा किये गए वादे अभी तक कागज पर ही है। बता दें कि शहीद के परिवार को एक सरकारी नौकरी , पेट्रोल पंप ,5 एकड़ जमीन और 10 लाख रुपया देने की बात कही गई थी लेकिन अफसोस की बात है कि अभी तक बस दस लाख रुपया ही दिया गया है। साथ ही शहीद के घर मे गैस चूल्हा भी नही है जिसकी जानकारी विधायक समेत अधिकारियों को भी है लेकिन वीरगति को प्राप्त हुए एक साल होने के बाद भी एक गैस चूल्हा तक नई दिलाया जा सका।
बता दें कि राजनीतिक रोटी सेकने के उद्देश्य से शहीद परिवार के प्रति विधायक समेत अन्य दल के नेता और समाजसेवियों की आज लम्बी कतार लगी थी जिसमे विधायक समीर मोहंती भी शामिल थे। विधायक ने आज इस मौके पर वस्त्र और दो हजार रुपये दे कर परिवार पर उपकार करते हुए पत्रकारों के सवाल सुनकर पिछले एक साल की सुस्ती को फुर्ती में दिखाते हुए फौरन गैस एजेंसी और सम्बंधित अधिकारियों को फोन कर आगामी दो से तीन दिन में गैस कनेक्शन और ट्रांसफार्मर लगवाने की बात भी कह दिए। साथ ही शहीद के मूर्ति का श्रेय लेने से भी विधायक जी पीछे नही रहे। उन्होंने यह कह दिया कि मूर्ति भी उन्ही के आदमी द्वारा बनवाई जा रही है। जो कि बिल्कुल गलत है। हालांकि शहीद की मूर्ति बनना भी राजनीतिक दलों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। और कई राजनीतिक दल इसका श्रेय अपने नाम लेने की होड़ में लगे है। पिछले एक साल में नाकाम कोशिश को धरातल पर लाने में कितना समय लगता है यह देखना रोमांचक होगा। साथ ही यह भी देखना है कि विधायक जी का फोन का असर अगले दो तीन दिनों में देखने मिलता है या अगले साल तक फिर इसी दिन का इंतजार करना होगा।

Advertisements
Advertisements

You may have missed