मासिक धर्म और स्वच्छता पर वीमेंस कॉलेज में वेबिनार संपन्न
जमशेदपुर: वीमेंस कॉलेज में शनिवार को मासिक धर्म और स्वच्छता विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। किशोरवय छात्राओं में हार्मोनल परिवर्तन और मासिक धर्म जैसी स्वाभाविक स्थितियों तथा इससे जुड़ी मनोवैज्ञानिक और स्वास्थ्यगत चिंताओं पर सकारात्मक विमर्श हुआ। कार्यक्रम की मुख्य आयोजक केयू की पूर्व कुलपति सह वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर शुक्ला महांती ने रिसोर्स पर्सन का स्वागत किया और कहा कि एक अभिभावक के रूप में हम सबकी जिम्मेदारी है कि मासिक धर्म और स्वच्छता जैसे संवेदनशील विषय पर अपनी छात्राओं और बच्चियों को सही और प्रामाणिक जानकारी दें। आंकड़ों को देखें तो पाएंगे कि मासिक धर्म के दौरान सही काउंसिलिंग और जरूरी स्वच्छता की जानकारी के अभाव में कई बच्चियाँ गंभीर संक्रमण की शिकार होती हैं और कई बार तो मृत्यु तक हो जाती है। कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद झारखण्ड विधानसभा की माननीय विधायक श्रीमती सविता महतो, ऑकलैण्ड, न्यूजीलैंड की क्लिनिकल डायरेक्टर डाॅ. सुमा टांगरी व यूनिसेफ, झारखण्ड की वाॅश ऑफिसर डाॅ. लक्ष्मी रंजन सक्सेना ने महत्वपूर्ण विचार रखे। वक्ताओं ने जोर दिया कि शिक्षण संस्थानों, समाज और परिवार में मासिक धर्म को स्त्री शरीर की सहज प्राकृतिक क्रिया के रूप में स्वीकार करने की संस्कृति विकसित की जाय। इसे शर्म, झिझक, अपमान या घृणा से अलग रखा जाय। जननांकीय आंकड़ों में संतुलन के लिहाज से जरूरी है कि आधी आबादी की इस कठिन लेकिन जरूरी स्वास्थ्य स्थिति के प्रति समझदारी भरा बर्ताव किया जाय। वेबिनार के दौरान छात्राओं के सवालों का जवाब दिया गया और सेनेटरी नैपकिन के सुरक्षित निपटान, आवश्यक खानपान, स्वच्छता आदि पर विस्तार से रौशनी डाली गयी। लगभग ढाई हजार छात्राओं ने इसमें प्रतिभागिता की। कार्यक्रम का संचालन गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रमा सुब्रमण्यम ने किया। स्वागतगान संगीत विभागाध्यक्ष डॉ सनातन दीप ने और धन्यवाद ज्ञापन एमबीए विभागाध्यक्ष डाॅ श्वेता प्रसाद ने किया। तकनीकी सहयोग के प्रभाकर राव, तपन कुमार मोदक और ज्योतिप्रकाश महांती ने किया।