वीमेंस काॅलेज में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण, डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने पारिस्थितिक तंत्र के संरक्षण के लिए किया प्रेरित
जमशेदपुर : वीमेंस कॉलेज में विश्व पर्यावरण दिवस पर वृहद् पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह दस बजे वीमेंस कॉलेज के बिष्टुपुर कैंपस में केयू की पूर्व कुलपति सह वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर शुक्ला महांती ने वन प्रमंडल पदाधिकारी ममता प्रियदर्शी के साथ वृक्षारोपण किया। इस मौके पर विश्व पर्यावरण दिवस की इस वर्ष की थीम ‘इको सिस्टम रिस्टोरेशन’ पर आधारित पोस्टर और प्लाॅ काॅर्ड प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं को मुख्य अतिथि ने सम्मानित भी किया। डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी यह संकल्प लें कि अपने आसपास की बंजर जमीन को हरियाली से भर देंगे। पौधे केवल लगायेंगे ही नहीं बल्कि उनके पेड़ बनने तक खयाल रखेंगे। झारखंड में तैंतीस प्रतिशत भूमि को हरा-भरा करने के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रयास चल रहे हैं। यह हम सबकी भागीदारी से ही संभव होगा। इस महामारी ने ऑक्सीजन की अहमियत बताई है। इसलिए जितना हराभरा हमारा पारिस्थितिक तंत्र होगा, उतना ही सुरक्षित और स्वस्थ मानव जीवन होगा। प्राचार्या प्रोफेसर शुक्ला महांती ने सिदगोड़ा स्थित जमशेदपुर वीमेंस युनिवर्सिटी के नवनिर्मित कैंपस में भी वृक्षारोपण किया। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में अनिवार्य रूप से कम से कम पचास प्रतिशत ग्रीनरी होनी ही चाहिए। हम जो वृक्ष लगा रहे हैं उसकी देखभाल हमें करनी है और करेंगे। बिष्टुपुर और सिदगोड़ा कैंपस में महोगनी, सागवान, अर्जुन, कदंब, करंज, पीपल, आम, अमरूद, कटहल, इमली सहित तकरीबन ढाई सौ अलग-अलग तरह के वृक्ष लगाये गये। इस अवसर पर आईक्यूएसी समन्वयक व अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. रत्ना मित्रा, आईटी सेल प्रभारी व भौतिकी विभागाध्यक्ष डाॅ. राजेन्द्र कुमार जायसवाल, हिन्दी विभागाध्यक्ष सह जन संपर्क पदाधिकारी डाॅ. अविनाश कुमार सिंह, बायोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष डाॅ. विश्वराज लाल आदि ने भी पेड़ लगाये और उनकी देखभाल का संकल्प लिया। कोविड के एहतियाती प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए मौके पर ज्योतिप्रकाश महांती, रोहित विश्वकर्मा, सोनाली कुमारी आदि उपस्थित थे।