धनबाद से गिरफ्तार हुआ चार लोगों का हत्यारा दीपक, अपनी पत्नी, दो बेटी और ट्यूशन टीचर की हत्या के बाद चल रहा था फरार
जमशेदपुर : जमशेदपुर के कदमा में अपनी पत्नी, दो बेटियों और ट्यूशन टीचर की हत्या करने के सनसनीखेज अपराध को अंजाम देने वाले कदमा के टाटा स्टील का कर्मचारी दीपक कुमार को जमशेदपुर पुलिस की तत्परता से धनबाद से गिरफ्तार कर लिया गया. नरपिशाच दीपक की तलाश सोमवार से की जा रही थी, लेकिन पांचवें दिन ही दीपक कुमार को पुलिस ने धनबाद पुलिस के सहयोग से धरदबोचा. जब वह पकड़ा गया तब सेना का पैंट पहने हुआ था और काला रंग का टी शर्ट पहन रखा था. नरपिशाच दीपक हत्या के बाद काफी आसानी से धनबाद में घुम रहा था. जमशेदपुर की पुलिस उसके बैंक एकाउंट, उसके एटीएम, उसके मोबाइल समेत तमाम चीजों का लोकेशन ले रही थी. शुक्रवार को दोपहर करीब 12.30 बजे वह धनबाद थाना क्षेत्र के पुलिस लाइन के पास स्थित हीरापुर इलाके के एचडीएफसी बैंक गया. उसने बैंक में गया और लाइन में लगकर पैसे को जमा कराया. उसने जैसे ही पैसे जमा कराये, वैसे ही कंप्यूटर ने जमशेदपुर पुलिस को जानकारी दे दी कि उक्त एकाउंट में पैसे जमा कराये है. इसके बाद तत्काल जमशेदपुर पुलिस ने धनबाद पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने वहां की धनबाद थाना और सरायढेला पुलिस को तत्काल रवाना किया, जिसके बाद पूरे बैंक को पहले बाहर से घेर लिया गया. इसके बाद पुलिस अंदर गयी तो पैसे के काउंटर में दीपक कुमार लगा हुआ था, जहां पुलिस ने उसको धर दबोचा. पकड़े जाने के बाद दीपक कुमार ने कोई भी विरोध नहीं किया और सीधे पुलिस के साथ उसकी गाड़ी पर बैठ गया. बुलेट गाड़ी या कोई गाड़ी उसके पास से अब तक बरामद नहीं की गयी थी. उसको तत्काल धनबाद थाना ले जाया गया, जहां उसको लॉकअप में बंद कर दिया गया. इसके बाद जमशेदपुर पुलिस की टीम तत्काल धनबाद के लिए रवाना हो गयी. सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में पुलिस टीम दीपक कुमार को लेने के लिए चली गयी है. टेक्निकल टीम भी वहां रवाना हो गयी है. धनबाद थाना में दीपक कुमार से पूछताछ होगी, उसके बाद नियम के मुताबिक, जमशेदपुर पुलिस धनबाद कोर्ट में उसको पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेगी, उसके बाद उसको जमशेदपुर लेकर आयेगी. इस मामले में धनबाद थाना और सरायढेला (धनबाद) की पुलिस ने काफी तत्काल काम किया, जिसके बाद उसको गिरफ्तर कर लिया गया. इस पूरे मामले में जमशेदपुर पुलिस ने लाजवाब काम किया, जिस कारण हत्याकांड के पांचवें दिन ही आरोपी दीपक कुमार पकड़ा गया है. आपको बता दें कि सोमवार 10 अप्रैल और 11 अप्रैल के रात के वक्त टाटा स्टील के फायर ब्रिगेड विभाग में काम करने वाले दीपक कुमार ने अपनी पत्नी, अपने दो बेटियों (एक की उम्र 7 साल और दूसरे की 14 साल) और ट्यूशन टीचर को मौत के घात उतार दिया था जबकि अपने दोस्त रोशन, उसकी पत्नी और उसके साले पर जानलेवा हमला करने के बाद से फरार था. उसने ट्यूशन टीचर के साथ बलात्कार भी किया था, जिसके सबूत पुलिस को मिले है. इस घटना के बाद पूरे जमशेदपुर में सनसनी फैल गयी थी. दीपक कुमार की तलाश पुलिस काफी कर रही थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी. शुक्रवार को अपराधी नरपिशाच दीपक कुमार ने धनबाद में पैसे जमा कराये और वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया. शुक्रवार को ही जमशेदपुर पुलिस ने उसके नाम का इश्तेहार जारी किया था. इसके बाद दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उसको गिरफ्तार कर लिया गया. जमशेदपुर पुलिस अब उसको लेकर जमशेदपुर आयेगी और सारे राज उगलवाने के बाद प्रेस को सारी जानकारी को साझा करेगी. अब हत्याकांड से पूरा पर्दा उठ जायेगा. आपको बता दें कि वह हत्या करने के बाद अपने ससुराल में जाकर पत्नी का सारा गहना लेकर करीब 4.50 लाख रुपये में बेच दिया था, जिसका तीन लाख रुपये उसके पास था, जिसको जमा कराने के चक्कर में वह फंस गया.