काउंसिल ने मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा की अवधि को बढ़ा दिया है एवं परीक्षा को गृह केंद्रों पर ही लिया जाने का निर्णय किया जारहा है.

Advertisements
Advertisements
Advertisements

रांची: राज्य में बढते कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष आयोजित होने वाली मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा का संचालन की अवधि को बढ़ा दी गयी है. इस बार 7 दिन की जगह 21 दिन तक इस परीक्षा का संचालन किया जाएगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जेक) के अधिकारियों के मुताबिक इस बात का ख्याल रखा गया है कि एक दिन एक स्कूल में अधिकतम 15 बच्चे ही परीक्षा में शामिल हों. उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार है कि जब प्रैक्टिकल परीक्षा की अवधि 21 दिन तक की गई है. इस दौरान सभी स्कूलों में कोरोना के दिशा-निर्देशो का पालना तथा थर्मल स्क्रिनिंग और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी.प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए उत्तर-पुस्तिका की व्यवस्था संबंधित विद्यालय द्वारा की जायेगी. मैट्रिक के परीक्षार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन का प्राप्तांक स्कूलों को 30 अप्रैल तक संबंधित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में जमा करने को कहा गया है, जबकि इंटर के परीक्षार्थियों के अंक जेक कार्यालय में जमा होगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी को मैट्रिक के परीक्षार्थियों का प्राप्तांक तीन मई तक जेक  कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया है. इस वर्ष मैट्रिक, इंटर के सभी स्कूल-कॉलेजों की परीक्षा गृह केंद्रों पर होगी.

Advertisements
Advertisements

मैट्रिक-इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होंगी. मुख्यत ये दो सिटिंग (पाली) में होंगी, जो 21 मई तक चलेंगी. पहली पाली में मैट्रिक की परीक्षा होगी, जबकि दूसरी में इंटरमीडिएट की. कोरोना संक्रमण और बच्चों की पढ़ाई पर असर को देखते हुए सिलेबस में कटौती की जा चुकी है.

इस बार प्रैक्टिकल परीक्षा में 7.63 लाख बच्चे शामिल हो रहे हैं. इसमें मैट्रिक के 4.31 लाख व इंटर में 3.32 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे. इनके लिए राज्य भर में 2100 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.इनमें मैट्रिक के लिए 400 और इंटर के लिए 700 केंद्र बनाए गए हैं.

See also  बेटे ने लिया था 70 लाख कर्ज, जान देकर मां और दादी ने चुकाया

 

You may have missed