सीआरपीएफ कैम्प में मनाया गया ‘ शौर्य दिवस ‘
जमशेदपुर (संवाददाता ):- “शौर्य दिवस” कार्यक्रम का आयोजन सुंदर नगर स्थित 106 बटा0 द्रुत कार्य बल के परेड ग्राउंड में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमांडेंट श्री प्रमोद कुमार सिंह, 106 बटालियन आर0ए0एफ उपस्थिति थे। उक्त अवसर पर बटालियन के श्री अनुज कुमार सिन्हा, उप कमांडेंट और श्री राकेश कुमार, उप कमांडेंट व अधिकारीगण, अधीनस्थ अधी0 व जवान के उपस्थित थे। 9 अप्रैल सन 1965 को सीआरपीएफ की एक छोटी सी टुकड़ी ने गुजरात के कच्छ के रण में सरदार पोस्ट पर बहादुरी से लड़ते हुए पाकिस्तानी ब्रिगेड के हमले को नाकाम किया था। सीआरपीएफ के जवानों ने पाकिस्तान के 34 सैनिकों को मार गिराया वह चार को जीवित पकड़ा था और लड़ते हुए हमारे 6 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि एक छोटे से दल के जवानों ने शत्रु के पूरे सैन्य ब्रिगेड को करारी शिकस्त दी थी। उन वीर जवानों द्वारा प्रदर्शित वीरता की याद में प्रत्येक वर्ष 9 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। उक्त अवसर पर 106 बटालियन आर ए एफ कैंप में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम प्रातः 6:00 बजे सुंदर नगर तथा कैंप एरिया में शौर्य दिवस के उपलक्ष्य पर वीरता दौड़ का आयोजन किया गया जिसमें कमांडेंट प्रमोद कुमार सिंह व सभी अधिकारी व जवान तथा महिला कार्मिक शामिल हुए जो कि देशभक्त के उत्साहवर्धक गाने के साथ किया जा रहा था।
उसके पश्चात कमांडेंट महोदय द्वारा क्वार्टर गार्ड पर सलामी लिया गया तथा स्पेशल दरबार का आयोजन हुआ जिसमें सर्वप्रथम उन वीर जवानों की याद में श्रद्धांजलि स्वरुप 2 मिनट का मौन रखा गया। फिर सीआरपीएफ का गीत लगाया गया और कमांडेंट महोदय द्वारा आज के दिन के महत्व के बारे में बताया गया तथा के0रि0पु0बल की शौर्य गाथा की कहानियां बताया गया व 10 मिनट की सीआरपीएफ के इतिहास पर बनाई गई फिल्म दिखाई गई। दिन के समय वीरता के थीम पर पेंटिंग की कंपटीशन करवाया गया जिसमें केंद्रीय विद्यालय जमशेदपुर के बच्चों ने भाग लिया। इसी कार्यक्रम में के जवानों तथा महिला कर्मी द्वारा वीरता के थीम पर मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें देश भक्ति के गाने से तथा नृत्य कार्यक्रम में माहौल भक्तिमय हो गया तथा अंत में के0रि0पु बल के परंपरा के अनुसार बड़ा खाना का आयोजन हुआ जिसमें सभी अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी तथा परिवार के सदस्य ने साथ साथ भोजन किया भोजन ग्रहण किया।