रोहतास समेत पूरे बिहार में कार्यरत कार्यपालक सहायक कल से दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे,राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना एवं कार्य होंगे प्रभावित
बिक्रमगंज /रोहतास (संवाददाता ):– बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ बिहार के आह्वान पर प्रदेश के सभी विभागों में पदस्थापित कार्यपालक सहायक दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर जाएंगे । संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मारुति नंदन भारद्वाज के द्वारा बताया गया है कि सरकार के द्वारा कार्यपालक सहायकों को लेकर तानाशाही रवैया अपनायी जा रही है तथा 2015 से कई बार शासी परिषद की बैठक भी सम्पन्न हुई । जिसके बावजूद भी लंबित मांगो की पूर्ति हेतु कोई निर्णय नही लिया गया । प्रदेश मीडिया प्रभारी मो. आदिल खान के द्वारा बताया गया कि कार्यपालक सहायकों के मानदेय विसंगति सहित अन्य लंबित मांगों की पूर्ति हेतु संघ के स्तर से कई बार लिखित अनुरोध सरकार के विभिन्न स्तरों पर किया जाता रहा है । बताते चले कि 05 फरवरी को बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी बिहार पटना शासी परिषद की 29 वीं बैठक की कार्यवाली बिंदु 6, 7 एवं 9 में लिए गए निर्णय पूर्व से शासी परिषद के निर्णयों, कार्यपालक सहायको को निमित्त लागू किये जाने वाले उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को निष्प्रभावी करने की दिशा में पूर्वाग्रह से ग्रसित प्रयास के फलस्वरूप बिहार के समस्त कार्यपालक सहायकों के बीच असंतोष की भावना है । बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी के इन फैसलों के विरोध में रोहतास जिले के सभी विभागों के कार्यपालक सहायक दिनांक 08 एवं 9 मार्च को सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे । उक्त आन्दोलन के क्रम में सरकार के लोक उपयोगी योजनाएं एवं सरकारी कार्य प्रभावित/ठप होती है तो इसकी सारी जवाबदेही बीपीएसएम बिहार के कार्यपालक सहायकों के हित के विपरीत निर्णय वाले सक्षम पदाधिकारीगण की होगी । जिलाध्यक्ष रोहतास मुकेश कुमार सिंह द्वारा जिला पदाधिकारी रोहतास को प्रेषित पत्र के माध्यम से संघ का मांग पत्र राज्य सरकार को अग्रसारित करने का अनुरोध किया गया है । सरकार सहानुभुति पूर्वक आगामी सांकेतिक हड़ताल तक मांग पूर्ति नही करेगी तो बाध्य होकर आंदोलन को उग्र रूप देने के साथ साथ महामहिम राष्ट्रपति, भारत सरकार तथा राज्यपाल, बिहार के समक्ष सामूहिक त्यागपत्र समर्पित करने का संकल्प लिया गया ।