बागबेड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा लगातार 32 घंटे अनशन के पश्चात पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता अभय टोप्पो, सहायक अभियंता अनुज सिंहा, जेई भागीरथ रवानी के आश्वासन के बाद जूस पिलाकर अनशन को तोड़ा गया
बागबेड़ा /रोहतास (संवाददाता ):-बागबेड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा लगातार 32 घंटे अनशन के पश्चात पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता अभय टोप्पो, सहायक अभियंता अनुज सिंहा, जेई भागीरथ रवानी के आश्वासन के बाद जूस पिलाकर अनशन को तोड़ा गया। उक्त पदाधिकारियों ने एक महीना के अंदर काम शुरू करवाने का पंचायत प्रतिनिधियों को आश्वासन दिए हैं। हालांकि पंचायत प्रतिनिधियों ने उक्त पदाधिकारियों को कहा कि एक महीना के अंदर अगर काम शुरू नहीं हुआ तो जिला उपायुक्त के समक्ष पुनः आमरण अनशन करने पर मजबूर हो जाएंगे ।बागबेड़ा बृहद ग्रामीण जलाआपूर्ति योजना के कार्य को पुनः शुरू कराने को लेकर आज बागबेड़ा सिद्धू कान्हू मैदान मैं सिद्धू कान्हू प्रतिमा के समक्ष बागबेड़ा,कीताडीह, धाधीडीह के पंचायत प्रतिनिधियों जिला पार्षद किशोर यादव के नेतृत्व मे 51 घंटे का लगातार दूसरे दिन का अनशन चल रहा है। इस दौरान बागबेड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों के अलावे दर्जनों सामाजिक संस्था एवं गैर राजनीतिक संस्थाओं के द्वारा इस जनहित से संबंधित मुद्दे को मंच पर आकर अपना नैतिक समर्थन देने का आह्वान किया गया। आज अनशन के समर्थन मे कीताडीह गुरूद्वारा कमिटी, रिवर व्यू सोसायटी बड़ौदा घाट, मां बमलेश्वरी युवा संस्था आनंद नगर , माली मालाकार कल्याण समिति , बागबेड़ा रजक समिति, बागबेड़ा महिला समिति , भारतीय दांगी संघ, मां मनसा युवा समिति, रेलवे ओबीसी एसोसिएशन, रेलवे कोऑपरेटिव सोसायटी,गाराबासा युवा क्लब, के सदस्य भारी संख्या मे अनशन को समर्थन देने उपस्थित हुये। इस दौरान बागबेड़ा के पंचायत प्रतिनिधियों सहित उपस्थित सामाजिक संस्थाओं के द्वारा नारेबाजी भी की गई। साथ ही साथ बागबेड़ा वासियों को पानी देना होगा, पीएचडी विभाग होश में आओ, भ्रष्टाचार कमीशनखोरी, घूसखोरी नहीं चलेगी, बंद योजना का कार्य शुरू करना होगा, पंचायत प्रतिनिधि एकता जिंदाबाद जैसे कई नारे लगाए गए।
अनशन के नेतृत्वकर्ता जिला पार्षद किशोर यादव ने कहा कि की इस अनशन के बावजूद अगर पुनः इस योजना का कार्य शुरू नहीं किया गया तो इससे भी ज्यादा उग्र आंदोलन करने पर हम पंचायत प्रतिनिधि मजबूर हो जाएंगे। जिसका जवाबदेही संबंधित विभागीय पदाधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर जिला उपायुक्त के समक्ष आमरण अनशन और हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर भी किया जाएगा।पूर्व बागबेड़ा के जिला पार्षद लक्ष्मी देवी ने कहीं कि जब तक बागबेड़ा वासियों को पानी नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा।मुखिया प्रतिमा मुंडा, नीनू कुदादा, गौरी टोप्पो, उप मुखिया सुनील गुप्ता,कुमोद यादव, सुरेश निषाद, हरीश कुमार, पंचायत समिति सदस्य धर्मेंद्र चौहान, प्रतिनिधि नीरज सिंह, पूर्व जिला पार्षद लक्ष्मी देवी,वार्ड सदस्य भवनाथ सिंह, बबीता देवी, प्रभावती देवी, दमोदर शनि महाराज, समाजसेवी प्रमोद साह, मीरा तिवारी, शशि आचार्य, शामिल थे।