झारखंड के 5 ऐसे फैमस खाने जिसके बारे शायद ही किसी ने नहीं सुना होगा…जानें कौन– कौन है लिस्ट में शामिल…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:झारखंड एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला राज्य है, जिसकी पाक कला भी उतनी ही विविध और अनूठी है। यहां के पारंपरिक भोजन न केवल स्वाद में बेमिसाल हैं, बल्कि इनमें पोषण भी भरा होता है। झारखंड के कई पारंपरिक व्यंजन ऐसे हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। यहां हम झारखंड के पाँच प्रसिद्ध खाने के बारे में जानेंगे:
1. दुस्का
ढुस्का झारखंड का एक प्रसिद्ध नाश्ता है, जो खासकर त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाया जाता है। यह चावल और चने की दाल से तैयार किया जाता है। चावल और दाल को भिगोकर पीसा जाता है और फिर इसे मसालों के साथ मिलाकर तला जाता है। ढुस्का को आलू के मसालेदार तरकारी या चटनी के साथ परोसा जाता है। इसका कुरकुरा और नरम स्वाद इसे बेहद खास बनाता है।
2. चोखा
चोखा झारखंड का एक और प्रसिद्ध व्यंजन है, जो साधारण लेकिन बेहद स्वादिष्ट होता है। इसे बैंगन, टमाटर और आलू को आग में भूनकर बनाया जाता है। भुने हुए सब्जियों को मसलकर इसमें प्याज, हरी मिर्च, धनिया, और सरसों का तेल मिलाया जाता है। चोखा को खासकर लिट्टी या चावल के साथ परोसा जाता है और इसका स्मोकी फ्लेवर इसे अनोखा बनाता है।
3. पीठा
पीठा झारखंड का एक पारंपरिक मिठाई है, जो चावल के आटे से बनाई जाती है। पीठा विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे कि घूघनी पीठा, खीर पीठा, और सत्तू पीठा। इसे चावल के आटे को पानी में मिलाकर तैयार किया जाता है और फिर इसमें गुड़, नारियल, या सत्तू भरकर भाप में पकाया जाता है। पीठा का स्वाद मीठा और नरम होता है और यह खासकर त्योहारों और विशेष अवसरों पर बनाया जाता है।
4. दाल पिठौर
दाल पिठौर एक पारंपरिक झारखंडी व्यंजन है, जो चावल के आटे और दाल से बनाया जाता है। यह एक प्रकार का कढ़ी जैसा होता है, जिसमें चावल के आटे की छोटी-छोटी गेंदें और पिसी हुई दाल के मिश्रण को पकाया जाता है। इसमें मसाले और हरी पत्तियां मिलाई जाती हैं, जिससे इसका स्वाद बढ़ जाता है। इसे चावल के साथ परोसा जाता है और इसका खट्टा-मीठा स्वाद इसे खास बनाता है।
5. कोहड़ा रायता
कोहड़ा रायता झारखंड का एक अनूठा व्यंजन है, जो कद्दू (कोहड़ा) से बनाया जाता है। इसे कद्दू को उबालकर और मसलकर दही में मिलाया जाता है। इसमें भुना जीरा पाउडर, हरी मिर्च, धनिया पत्ता, और काला नमक मिलाया जाता है। कोहड़ा रायता का स्वाद खट्टा-मीठा और ताज़गी भरा होता है और यह विशेषकर गरमियों में खाने के साथ परोसा जाता है।
झारखंड के पारंपरिक व्यंजन न केवल स्वाद में अद्वितीय हैं, बल्कि यह राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाते हैं। ढुस्का, चोखा, पीठा, दाल पिठौर, और कोहड़ा रायता जैसे व्यंजन झारखंड की पाक कला की विविधता को प्रकट करते हैं। यह व्यंजन सरल सामग्री से बनाए जाते हैं, लेकिन इनका स्वाद और पोषण अद्वितीय होता है। झारखंड की यात्रा के दौरान इन व्यंजनों का स्वाद अवश्य लेना चाहिए और इनकी अनूठी बनावट और स्वाद का आनंद लेना चाहिए।