जिले के 300 किसानों को कुसुम योजना से जोड़ा गया, सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई से लहलहायेंगे 1700 एकड़ खेत
जमशेदपुर:- उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री सूरज कुमार के निर्देशानुसार कृषि प्रभाग, उद्यान प्रभाग एवं आत्मा पूर्वी सिंहभूम के द्वारा कृषकों के आय वृद्धि एवं दोगुनी करने हेतु हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्नत तकनीक से खेती करने के लिए प्रशिक्षण हो या उन्नत बीज उपलब्ध कराना, कीटनाशक, कृषि यंत्र एवं सिंचाई हेतु तालाब निर्माण, डीप बोरिंग, मनरेगा के माध्यम से कुआं आदि का निर्माण किसानों के खेतों में कराया जा रहा है ताकि उनके लिए खेती-किसानी करना आसान हो सके तथा कम लागत में ज्यादा आय हो । इसी क्रम में झारखंड सरकार कुसुम योजना के तहत ज्रेडा के माध्यम से भी सालों भर खेती करने के लिए किसानों को 90 प्रतिशत अनुदानित दर पर सोलर पंप उपलब्ध करा रही है जिसका सफल कियान्वयन जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है ।
जिला उद्यान पदाधिकारी श्री मिथिलेश कालिंदी ने बताया कि पूर्वी सिंहभूम जिला में 300 किसानों के खेतों में सौर लिफ्ट पंप का अधिष्ठापन किया जा रहा है जिससे 1500 एकड़ की भूमि को सिंचिंत किया जा सकेगा । 300 किसानों के मिलने वाला सीधा लाभ के अलावा आपसी समन्वय से अगल बगल के 250 किसानों के भूमि भी इस योजना से अच्छादित होंगे । इस तरह से कुल 1700 एकड़ भूमि को सौर ऊर्जा से सिंचाई का साधन प्राप्त होगा ।
पटमदा प्रखंड के लावा पंचायत के प्रगतिशील किसान कंचन दास कहते हैं कि जिले के अधिकतर किसान मानसून आधारित खेती करते है या यूं कहें वर्षा जल पर आश्रित रहते हैं । सौर ऊर्जा के पंप का लाभ यह होगा कि पटमदा के किसान जो खरीफ एवं रबी में खेती करते थे वे अब गरमा मौसम में भी खेती कर पाएंगे ।
घाटशिला प्रखंड के दीघा ग्राम के किसान छतिस तिरिया ने कहा कि जिन किसानों के पास केरोसिन या डीजल चालित पंप है वे दिनों दिन केरोसिन एवं डीजल की बढ़ती मूल्य के कारण खेती करने में हतोत्साहित हो रहे हैं, ऐसी परिस्थिति में सौर आधारित पंप मिलना किसी वरदान से कम नहीं है जिससे किसानों को स्थाई रूप से सिंचाई के साधन मिल जायेंगे ।
पटमदा के बांसगड़ के किसान रंजीत गोराई गर्मा मौसत में खेती नहीं कर पाते थे अब सौर उर्जा आधारित पंप मिलने से वे भी खेती कर पाएंगे । रंजीत गोराई ने इस योजना को लेकर खुशी जताते हुए अपने साथी किसानों से कहा कि इस योजना का भरपूर लाभ उठाएं और साल भर खेती करें ।