Chaitra Navratri 2024: महाष्टमी के दिन कीजिये मां महागौरी की पूजा और जनिये इसका महत्व
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-मां महागौरी की सच्चे मन और अनुशासन से पूजा करने पर हर तरह के पाप मिट जाते हैं और महिलाओं को अखंड सुहाग सौभाग्य की प्राप्ति होती है
मां महागौरी का स्वरूप उज्जवल कोमल, श्वेत वर्ण, श्वेत वस्त्रधारी है अपने भक्तों के लिए मां अन्नपूर्णा स्वरूप हैं उनकी चार भुजाएं हैं और मां बैल की सवारी करती हैं. देवी मां के एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे में डमरू है एक हाथ अभय और एक वरमुद्रा में है हाथ डमरू होने से ही मां को शिवा भी कहा जाता है मां का यह स्वरूप बेहद शांत है उन्हें संगीत-भजन अत्यंत प्रिय है मान्यता है कि मां की पूजा करने से ही हर तरह के दुख नष्ट हो जाते हैं
महाअष्टमी के दिन ‘या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता..’ इस मंत्र से मां की पूजा करनी चाहिए उन्हें भोग में नारियल और चीनी की मिठाई बनाकर चढ़ाना चाहिए माता का प्रिय रंग सफेद है उन्हें इसी रंग के फूल अर्पित करने चाहिए,इससे जीवन खुशहाल होता है
महाअष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें मां का ध्यान करें और उनकी प्रतिमा को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं कलश की पूजा और मां दुर्गा की आराधना करें मां को सफेद रंग के वस्त्र, पुष्प चढ़ाएं. रोली कुमकुम लगाएंमां को मिष्ठान, पंच मेवा, नारियल, फल भोग लगाएं उन्हें काले चने का भोग भी अवश्य लगाएं इस दिन कन्या पूजन होता है जिसका विशेष महत्व है अब घी का दीपक और धूप जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें, महागौरी मंत्र, स्तुति करें अब आरती कर प्रसाद सभी को बांटें
मां महागौरी के ये मंत्र का उचारण करें ,
मंत्रः या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।