दो-तीन दिन में मुझे भी कर लेंगे गिरफ्तार, सीबीआई रेड के बाद बोले मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति में गड़बड़ी के आरोपों के बीच सीबीआई ने शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर 14 घंटे छापेमारी की. सीबीआई ने इस केस में दर्ज एफआईआर में मनीष सिसोदिया को नंबर 1 आरोपी बताया. उनके अलावा 14 अन्य लोगों पर भी आरोप लगे हैं. इन सबके बीच मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस की. सिसोदिया ने सीबीआई और ईडी के बहाने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन पहले से जेल में हैं, मैं भी दो-तीन दिन में गिरफ्तार हो जाऊंगा. शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में काम रोकने की साजिश हो रही है. उन्होंने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव आप बनाम भाजपा, मोदी बनाम केजरीवाल का मुकाबला होगा.
मनीष सिसोदिया ने बताया कि, अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी में क्या फर्क है. उन्होंने कहा कि, अरविंद केजरीवाल अच्छे काम करने वालों को आगे बढ़ाते हैं, लेकिन पीएम मोदी अच्छा काम करने वालों को पीछे खींचने का काम करते हैं.
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि असल में मुद्दा शराब का घोटला नहीं है. अगर इनको शराब घोटाले की चिंता होती तो गुजरात में हर साल 10 हजार करोड़ रुपए की एक्साइज की चोरी होती है. इनको चिंता होती है ईडी की दफ्तर वहां खुल जाता है. बीजेपी की असली परेशानी अरविंद केजरीवाल है. अरविंद केजरीवाल पूरे देश में लोगों के दिलों में अपने काम से जगह बना रहे हैं, इससे बीजेपी घबरा गई है. ये जांच, छापेमारी सबकुछ अरविंद केजरीवाल को रोकने का नतीजा है.
उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ दिन पहले बुंदेलखंड एक्स्प्रेस वे का उद्घाटन हुआ था. पांच दिन में वो एक्सप्रेसवे धंस गया. इस एक्सप्रेसवे को बनाने में बड़ा घोटाला हुआ, लेकिन करप्शन मुद्दा होता तो इस पर तुरंत कार्रवाई होती.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि, हमारे बढ़ते कदम रोकने के लिए आने वाले दो-तीन दिन में मुझे गिरफ्तार किया जा सकता है. इसके साथ ही अन्य आप नेता भी गिरफ्तार किए जा सकते हैं. लेकिन हम डरने वाले नहीं है. हम भगत सिंह के फॉलोवर्स हैं और देश के लिए अपनी जान दे देंगे.
इसके साथ ही उन्होंने सीबीआई छापे को लेकर कहा कि शुक्रवार को हमारे घर सीबीआई की टीम आई, हमारे दिल्ली सचिवालय के कार्यालय में भी जांच की. सीबीआई के अच्छे लोग थे, उन्होंने अच्छे से मेरे परिवार के साथ व्यवहार किया. वे ऊपर के आदेश पर आए थे. मेरे परिवार को कोई असुविधा न होने देने के लिए उनका आभार जताना चाहता हूं.