किसके सल्तनत में आग लगाना है….प्रशासन मेरा……उखाड़ लेगा क्या, कुख्यात छोटू राम ने कैसे दे दिया पुलिस को चुनौती… पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट


आदित्यपुर। होली के अवसर पर अपराधियों की जमात की शराब पार्टी में खुलेआम प्रशासन को चुनौती दी।जा रही थी। ट्रिपल मर्डर के आरोपी छोटू राम पिस्तौल लहराते हुए हुंकार भर रहा था कि किसके सल्तनत में आग लगाना है, लगा देने.. प्रशासन छोटू राम का…. उखाड़ नहीं पाएगा। सूत्रों की माने तो जमशेदपुर और सरायकेला जिले का दर्जनों कुख्यात बदमाश धीरजगंज में आयोजित इस पार्टी में शामिल हुए थे। पुलिस के निशाने पर जमशेदपुर का कुख्यात बदमाश सिंटू सिंह भी था। लेकिन पुलिस के छापेमारी के पहले ही वह निकल चुका था। बताया जा रहा है कि सभी यहां एकजुट होकर क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने की रणनीति बनाई। अवैध जुआ, शराब आदि के धंधे पर अपना अधिपत्य स्थापित करना था। इस शराब पार्टी में नए लड़कों को भी बुलाया गया था, जिसका माइंड वाश इन कुख्यात बदमाशों द्वारा की जा रही थी। बता दें कि ट्रिपल मर्डर की घटना को अंजाम देने के बाद जेल से छुटा छोटू राम, शराब भट्टी, लॉटरी और अन्य धंधों के माध्यम से काफी कमाई की। इन्हीं काली कमाई से उसने हाल में एक नया स्कॉर्पियो अपने शार्गिद के नाम लिया है। पुलिस ने छोटू राम समेत आठ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से तीन पिस्तौल भी बरामद किया गया है।
सत्ताधारी दल का झंडा करता था इस्तेमाल
छोटू राम अपने स्कॉर्पियो पर सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा का झंडा लगा रखा था। हालांकि उसकी गिरफ्तारी के बाद निचले स्तर के नेताओं को छोड़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के तमाम जिम्मेदार पदधारी छोटू राम के नाम से कन्नी काटते दिखे। छोटू राम को क्या दायित्व झारखंड मुक्ति मोर्चा में है यह किसी को नहीं पता।
महंगा पड़ा पुलिस से पंगा, नहीं आई पैरवी काम


किसके सल्तनत में आग लगाना है… अपराध की योजना फिल्मी अंदाज में छोटू राम बना रहा था। पिस्तौल लहराकर पुलिस को भद्दी भद्दी अपशब्द कह रहा था। लेकिन पुलिस छोटू राम की चुनौती को स्वीकार किया और रविवार की रात तीन पिस्तौल, गोली के साथ आठ लोग पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
