जमशेदपुर झामुमो में जब आग की नहीं लगी तब धुंए की बू कहां से आने लगी…
जमशेदपुर –झामुमो के लोकसभा प्रत्याशी समीर मोहंती की हार के बाद पार्टी के वरीय नेता यह जानने की कोशिश कर रह हैं कि आखिर कहां चूक हुई है. आखिर उनकी हार कैसे हो गई. अब सवाल यह उठ रहा है कि कई बूथों तक पैसा ही नहीं पहुंचा है. सही में पैसा नहीं पहुंचा है तब ही तो बात सामने आ रही है. झामुमो नेताओं का भी कहना है कि जब आग ही नहीं लगी है तब बू कहां से आ रही है. इसका मतलब बात कुछ तो है.
मीडियो में भी सुर्खियों में रही खबर
समीर मोहंती के पैसे का बंदरबाट करने की खबर मीडिया में भी सुर्खियों में रही. अब अलग बात है कि समीर मोहंती अब मामले को दूसरा रूप दे रहे हैं. कारण यह है कि पार्टी का आलाकमान नहीं चाहता है कि आपस में कांग्रेस और झामुमो के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच ददार पैदा हो. इस दरार को भरने के उद्देश्य से ही समीर मोहंती अपनी पैड का दुरूपयोग करने की बात कह रहे हैं.
क्या है हार के पीछे का कारण
आखिर अब बात तो यह उठ रही है कि आखिर समीर मोहंती के हार के पीछे का कारण क्या है. बूथों तक जब पैसा ही नहीं पहुंचा था तब कार्यकर्ता ईमानदारी से कहां से काम कर सकेंगे. झामुमो के नेता भी जानते हैं कि कार्यकर्ताओं की पूछ सिर्फ वोटिंग के लिए ही होती है. वे पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करें इसके लिए उन्हें बूथ पर पैसा भेजा जाता है.