दलाली नही आया काम तो लोक आलोक न्यूज के खिलाफ रचा षड्यंत्र, सोशल मीडिया पर सन्नी गैंग से जुड़े झोला छाप पत्रकार फैला रहे भ्रम, लोक आलोक के संपादक ने राकेश सिंह हमला और अपहरण मामले में अपराधी-मीडिया जुगलबंदी का किया खुलासा, दर्ज करवाएंगे एफआईआर, पुलिस से करेंगे सुरक्षा की मांग…
आदित्यपुर: कुख्यात अपराधी सन्नी सिंह के रिश्तेदार जसवीर सिंह समेत तीन बदमाश बीते गुरुवार की रात मोक्ष फेज 2 के केयरटेकर राकेश कुमार सिंह पर हुए जानलेवा हमला और हत्या की नियत से किया गया अपहरण मामले में आदित्यपुर के कुछ न्यूज पोर्टल से जुड़े झोलाछाप पत्रकार भी अब जांच के दायरे में है। बता दें की राकेश सिंह का अपहरण के उपरांत जब जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत के निर्देश पर तीनों आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए। गिरफ्तार तीनो बदमाशो को छुड़वाने के लिए पुलिस और पीड़ित को मैनेज करने की जिम्मेवारी इन्हीं झोलाछाप को मिली थी। सूत्रों की माने तो पीड़ित राकेश को पचास हजार का ऑफर दिया गया था, इसके अलावा पुलिस पदाधिकारियों को भी खुला ऑफर था, लेकिन ये कथित पत्रकार भूल गए की अब सरायकेला खरसावां जिला में आनंद और आदित्यपुर में राजन का दौर समाप्त हो चुका है। पुलिस इनकी एक ना सुनी और तीनो आरोपियों को जेल भेज दिया गया। इस बात से इनके आंका कुख्यात बदमाश सन्नी सिंह नाराज हो गया। अब बात आ गई नमक का फर्ज अदा करने की। शुक्रवार को दिनभर आदित्यपुर थाने में हुए घटनाक्रम की लाइव जानकारी आज आप पाठको के बीच शेयर कर रहा हूं, और आप ही तय कीजिए की आपको सभ्य, शिक्षित और निष्पक्ष पत्रकार चाहिए या फिर ऐसे तत्व जो पत्रकारिता के नाम पर गुंडे मवालियो का प्रेस प्रवक्ता रहे, पत्रकारिता के नाम पर भयादोहन करे, पत्रकारिता के नाम पर थाने में एजेंट बनकर खड़ा रहे। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ को आज अपने काले कारोबार को छुपाने, अपने अपराध को छुपाने, दलाली कर पैसे कमाने वाले तत्व बदनाम करके रख दिया है। इन्हीं लोगो के चलते एक दिन ऐसा ना आए की सोशल मीडिया के पत्रकार नाम सुनते ही लोग खदेड़ना शुरू कर दे।
सन्नी सिंह के साथ थाने में रचा गया लोक आलोक के खिलाफ षड्यंत्र
अपहरण और हमले की यह खबर सबसे पहले आपका लोकप्रिय वेव पोर्टल लोक आलोक ने वायरल किया। न्यूज आते ही कुख्यात सन्नी सिंह अपने गिरोह के सदस्यो को बचाने की जुगत में भीड़ गया था, पहले बिल्डर दीपक रंजन से मामला रफा दफा करने की अपील की, लेकिन जब लगा की इनको जेल जाना तय है तब सन्नी सिंह ने मोबाइल संख्या 8340760126 से मेरे मोबाइल पर फोन किया। करीब एक मिनट की इनकमिंग कॉल से बात हुई, जिसके अंश ये है….
हल्लो…. हां बोलिए… आप कुख्यात सन्नी सरदार क्यों लिखे…संपादक….मुझे रिपोर्टर ने खबर दिया है…. सन्नी…. कौन साला रिपोर्टर लिख कर खबर दिया है। तुम इस टाइप का क्यो कर रहा है…. तुमताम किसको कर रहे हो सन्नी…आप पर जा रहे है मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे….ठीक है जाइए मानहानि कर दीजिए।
अब बताइए की इस बातचीत में 25 हजार रूपये मांगने की बात कहां से आई। इस षड्यंत्र में संतोष चौधरी , सुमित सिंह सीधे तौर पर शामिल था। आजसू जिला अध्यक्ष सचिन महतो को दिग्भ्रमित कर बुलाया गया। इस दौरान बेबुनियाद आरोप मढ़ा गया। मैं लोक आलोक के बतौर संपादक दावा करता हूं की ये आरोप अगर साबित कर दे तो इन्हे 50 हजार का जुर्माना दूंगा। इस मामले में सन्नी सिंह की धमकी वाला फोन रिकॉर्डिंग के साथ इस षड्यंत्र में शामिल पत्रकारों के खिलाफ आदित्यपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाऊंगा, और पुलिस से घटना की जांच करते हुए दोषियों पर कारवाई की मांग करूंगा।
इस षड्यंत्र में शामिल संतोष कौन है!
नाम संतोष चौधरी , पता बाबा आश्रम, मूल पेशा सहारा का एजेंट। ये शख्स पत्रकारिता में सहारा इंडिया के डूब जाने के बाद आया, इसलिए की हर दिन घूम घूम कर जिनके पैसे कलेक्शन किए है उनसे बचा जा सके। ये शख्स बाबा आश्रम में एक सरकारी जमीन को घेरकर पक्का मकान बनाया और अभी वहीं रह रहा है। हाल में ही बच्चा गोद लेनेवाली के महिला को ब्लैकमेल कर उससे 4.50 लाख रुपए मांगा था, जिसका ऑडियो रिकॉर्डिग आज भी इंटरनेट पर मौजूद है। इसके पहले भी एक बिल्डर को पैसे के खातिर रडार पर लेने की धमकी दी थी।
षड्यंत्र में शामिल दूसरा सुमित सिंह के बारे में जाने
नाम सुमित सिंह.. पता मांझी टोला.. पेशा पूर्व में बिस्टुपर स्थित बीयर बार का स्टाफ, आदित्यपुर दिंदली बाजार का गार्ड, मशूल वसूली एजेंट। कोरोना काल में बीयर बार बंद होने के बाद ये शख्स बाजार मास्टर मनोज पासवान के यहां नौकरी किया। इसे गार्ड की जिम्मेवारी मिली, फिर बाजार में माशूल वसूला। इसके बाद ये सोशल मीडिया के पत्रकार बन गया।
लोक आलोक के संपादक पर प्राथमिकी की बात झूठ, अफवाह गैग की करतूत
लोक आलोक के संपादक अभिषेक मिश्रा पर प्राथमिकी की बात बेबुनियाद है। सन्नी सिंह ने थाने में लिखित शिकायत किया है, पुलिस इस पर कोई केस नहीं किया गया है। बता दें की आवेदन में लिखा है भ्रम फैलाया गया, समुदाय विशेष पर टिप्पणी की गई। अब जान लें कि सरदार शब्द सम्मान का प्रतिक होता है ना की जाती सूचक… सन्नी सिंह पर दर्जनों मामले थाने में दर्ज है, वह भी राज्य के तीन जिलों में। अब भ्रम पर क्या कहें, क्या थाना में दर्ज केस भ्रम है!
दर्ज करवाएंगे मुकदमा
संपादक अभिषेक मिश्रा ने कहा की सन्नी सिंह समेत सोशल मीडिया के कथित पत्रकार जिन्होंने तथ्यविहीन खबर लिख सोशल मीडिया में वायरल किया है, उनके खिलाफ आदित्यपुर थाना में केस दर्ज करवाएंगे।
संपादक अभिषेक को सन्नी गिरोह से खतरा, सुरक्षा की मांग
संपादक अभिषेक मिश्रा ने कहा की सन्नी सिंह से आज तक वे ना तो आमने सामने और ना ही फोन पर बातचीत किया है, खबर प्रकाशित होने के बाद खुद सन्नी उन्हे फोन कर धमकाया, जिसकी रिकॉर्डिंग पुलिस को उपलब्ध कराया जाएगा। अभिषेक ने आजसू पार्टी के सुप्रीमो से अपील किया है की ऐसे कुख्यात अपराधी को पार्टी से दूर रखे, तथ्यों के साथ आजसू सुप्रीमो को भी इसके खिलाफ शिकायत किया जाएगा। उन्होंने कहा की सन्नी सिंह गिरोह से उन्हें खतरा है लिहाजा पुलिस से सुरक्षा की मांग करेंगे।