IPS बनकर वीडियो कॉल, मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर ठगे 51 लाख: गया में डिजिटल अरेस्ट की नई जालसाजी का पर्दाफाश…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:गया शहर में साइबर अपराधियों ने एक बार फिर से डिजिटल ठगी का खौफनाक चेहरा सामने लाया है। जयप्रकाश नगर के निवासी अशोक कुमार सिन्हा को फर्जी IPS अधिकारी बनकर न सिर्फ डराया गया, बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग और डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 50 लाख 99 हजार रुपये की ठगी कर ली गई।


पीड़ित अशोक कुमार को उनके मोबाइल पर एक वीडियो कॉल आया, जिसमें एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में खुद को IPS अधिकारी बताते हुए नजर आया। उसने दावा किया कि अशोक सिन्हा के आधार कार्ड से दिल्ली के ICICI बैंक में एक खाता खोला गया है जिसमें 6.80 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग हुई है। साथ ही यह भी कहा गया कि इस रकम में से उन्हें 68 लाख रुपये मिले हैं, जो अवैध है।
हालांकि अशोक सिन्हा ने शुरुआत में इस बात को नजरअंदाज किया, लेकिन कॉल करने वाले ने उन्हें डराने और धमकाने की रणनीति अपनाई। उसने RBI में पैसे जमा करने के बहाने उनसे 50 लाख रुपये और फिर Google Pay के माध्यम से 99 हजार रुपये और ऐंठ लिए।
इस धोखाधड़ी के बाद पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। एफआईआर में फर्जी IPS अधिकारियों – सुनील कुमार गौतम और प्रदीप सिंह – को नामजद किया गया है। मामले की जांच साइबर थाने के इंस्पेक्टर हरेश कुमार सिंह को सौंपी गई है।
इससे पहले अगस्त 2024 में इसी गिरोह ने गया के नामचीन चिकित्सक डॉ. ए.एन. रॉय से भी ईडी के नाम पर 4.40 करोड़ की ठगी की थी। इस मामले में भी साइबर थाना एक्टिव रहा और करीब 66 लाख रुपये की रकम होल्ड करा ली गई।
यह मामला न सिर्फ डिजिटल ठगी के बढ़ते दायरे को दिखाता है, बल्कि लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी भी देता है — खासकर जब कॉलर खुद को किसी उच्च अधिकारी के रूप में पेश करे।
