फर्जी नम्बर प्लेट के साथ जीएसटी इंटेलिजेंस कार्यालय में चलाई जा रही थी गाड़ी, गाड़ी के असली मालिक के पड़कने के बाद हुआ खुलासा
जमशेदपुर: जमशेदपुर के साकची धालभूम रोड स्थित जमशेदपुर रिजनल यूनिट के जीएसटी इंटेलिजेंस कार्यालय में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर भाड़े पर एक कार कई सालों से चल रही थी. इसका खुलासा तब हुआ जब कार के असली मालिक बारीडीह निवासी विजय कुमार सिंह ने पकड़ा. उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी. इसके बाद पुलिस कार को जब्त कर थाना ले गई. वहां पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. विजय ने बताया कि उन्होंने पांच साल पहले कार खरीदी थी. उस वक्त खालसा लॉजिस्टिक के मालिक गुलशन सिंह ने उनसे कहा था कि वह कार को भाड़े पर चलवा देंगे. इसके लिए कार की किस्त और हर माह कुछ रुपये देंगे. शुरुआत से ही उन्होंने किस्त भरने में भी देर की और हर माह रुपये भी समय से नहीं दे रहे थे. तीन माह से उन्होंने फोन भी उठाना बंद कर दिया. साकची थाना में इसकी शिकायत भी की थी. इसके अलावा एसएसपी को भी मामले की लिखित शिकायत की थी. सोमवार को उन्हें जानकारी मिली कि उनकी कार जीएसटी कार्यालय के बाहर खड़ी है. कार में दूसरा नंबर प्लेट लगा हुआ है जो कि किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है. जांच करने पर पता चला कि जिसकी कार का नंबर प्लेट लगाया गया है वह गुलशन ने उससे भी एक कार भाड़े पर चलाने के लिए ली थी, पर उसने अपनी कार गुलशन से वापस ले ली थी. उसी का नंबर प्लेट इस्तेमाल कर गुलशन उसकी कार को चलवा रहा था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.