उत्तर प्रदेश ,विकास प्राधिकरणों से तबादलों के बावजूद जमे अफसरों को मंत्री ने दी अंतिम चेतावनी, अब सस्पेंड होंगे
उत्तरप्रदेश :- लखनऊ ,उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्दगोपाल गुप्ता नन्दी ने कड़ा रुख अख्तयार किया है। दो सप्ताह पहले राज्य के विकास प्राधिकरणों में 60 अफसरों के तबादले हुए थे। उनमें से 44 को गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरणों से रिलीव कर दिया गया है। अब मंत्री नन्दगोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा है कि अगर अफसरों ने जल्द से जल्द नवीन तैनाती स्थल पर पद भार नहीं सम्भाला तो निलम्बन की कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्य करने वाले ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रबंधक गौरव बंसल को तीन दिन पहले निलम्बित कर दिया था। बुधवार को मंत्री ने गौरव बंसल के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।
उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्दगोपाल गुप्ता नन्दी ने स्थानांतरण के बाद भी नवीन तैनाती स्थल पर पद भार ग्रहण नहीं करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को अंतिम चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि स्थानांतरित कर्मचारी जल्द से जल्द नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण नहीं करते हैं, तो ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई की जाएगी। मंत्री नन्दी ने कहा, यह भी संज्ञान में आया है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में करीब तीस-बत्तीस वर्ष से तैनात कुछ अधिकारी व कर्मचारी स्थानांतरण के बाद भी अपने पद पर जमे हुए हैं। नवीन तैनाती स्थल पर ज्वाइनिंग नहीं कर रहे हैं।
मंत्री नन्दी ने कहा कि ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों को अंतिम चेतावनी दी जा रही है कि वे तत्काल अपने नवीन तैनाती स्थल पर जाकर अपना कार्यभार सम्भालें, नहीं तो ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ तीन दिन पहले मंत्री ने ग्रेटर नोएडा और नोएडा विकास प्राधिकरण में कार्यरत रहे मैनेजर गौरव बंसल को सस्पेंड कर दिया था। गौरव बंसल ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम किया था। शिकायत पर जांच करवाई गई। जांच में उनके खिलाफ आरोप सही पाए गए थे। अब बुधवार को नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने गौरव बंसल के खिलाफ विस्तृत जांच का आदेश भी दिया है। आपको बता दें कि गौरव बंसल बहुजन समाज पार्टी की सरकार के दौरान गाजियाबाद से विधायक रहे सुरेश बंसल के रिश्तेदार हैं।
आपको बता दें कि बुधवार को नोएडा अथॉरिटी से 20, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से 20 और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से 4 अफसरों को रिलीव कर दिया गया है। करीब 2 सप्ताह पहले उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास विभाग ने तीनों विकास प्राधिकरण से 60 अफसरों के तबादले किए थे। इनमें महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधक, सीनियर मैनेजर, मैनेजर और तमाम दूसरे अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। तबादलों के तुरंत बाद तमाम तरह की सूचनाएं सामने आई थीं। पता चला कि अधिकारी तबादला रुकवाने के लिए लखनऊ से लेकर इधर-उधर चक्कर काट रहे हैं। कुछ अफसरों ने तो तबादला रुकवाने के लिए ‘जुगाड़’ भी लगाए थे। तीन-तीन दशकों से अंगदी पांव जमा कर बैठे अफसर अब कानपुर और गोरखपुर पहुंच रहे हैं।