दो ईदगाह एवं पांच मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के हजारों लोगों ने अदा की नमाज, बकरा की हुई कुर्बानी
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मुसाबनी। मुस्लिम समुदाय का त्याग और बलिदान का पर्व ईद- उल- अज़हा (बकरीद) सोमवार को हर्षोल्लास एवं सादगी के साथ मनाई गई। इस अवसर पर प्रातः 7:00 बजे से लेकर 9:30 बजे तक शहर की पांच मस्जिदों एवं दो ईदगाहों में हजारों मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूरी हकीदत के साथ नमाज अदा किया। जिसमें मुसाबनी नंबर एक जामा मस्जिद, मुसाबनी नंबर दो जामा मस्जिद, माहुलबेड़ा मदीना मस्जिद, बदिया जामा मस्जिद के साथ ही मुसाबनी नंबर 3 ईदगाह एवं बदिया ईदगाह में ईद- उल- अजहा की नमाज हकीदत के साथ अदा की गई। इसके साथ ही इस अवसर पर मुल्क में अमन शांति की विशेष दुआ की गई। इसके बाद समुदाय के लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर त्यौहार की बधाइयां दी, और मुस्लिम समुदाय के लोग अपने मरहूमों के लिए माफिरत की दुआ करने कब्रिस्तान गए, जहां से लौटकर वह अपने घर पहुंचे। इसके बाद बकरे की कुर्बानी की गई, यह त्याग और बलिदान का त्योहार इब्राहिम अलैहिस्सलाम की सुन्नत को अदा करने के लिए किया जाता है। हर मुसलमान जो हैसियत रखता है वह अल्लाह की राह में कुर्बानी करता है। इस अवसर पर मस्जिदों एवं ईदगाहों के आसपास काफी गहमा गहमी देखी गई, बच्चे भी रंग-बिरंगे आकर्षक कपड़ों में तैयार होकर ईदगाह पहुंचे थे। वहीं त्यौहार को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए थाना प्रभारी रजनीश आनंद के नेतृत्व में सभी धार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, वह खुद क्षेत्र की पेट्रोलिंग कर सभी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे।
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