जिले की हसीन वादियों में इस वर्ष नहीं खिलेगा अफीम का फूल, पुलिस ने 678.96 एकड़ फसल किया नष्ट, 19 गिरफ्तार


आदित्यपुर। जंगल, झरना और पहाड़ झारखंड की खुबसुरती में चार चांद लगाते है। इन्ही खुबसुरत वादियों के पहाड़ो के बीच नशे के सौदागरों द्वारा अफीम की खेती करवायी जाती थी। लेकिन सरायकेला-खरसावां जिला में इस साल अफीम का एक भी फुल नहीं खिलेगी। सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस एसपी मुकेश कुमार लुणायत के नेतृत्व में अफीम की खेती के विरूद्ध प्रभावशाली कार्रवाई करते हुए अभियान के दौरान कुल 678.96 एकड़ अफीम की फसल को नष्ट किया गया। जबकि 19 नशे के सौदागरों की गिरफ्तारी भी की गयी। पुलिस ने कई मोर्चो पर काम करते हुए अफीम की फसल को जड़ से समाप्त करने की दिशा में अग्रसर हुई है। जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत ने बताया कि सबसे अधिक दलभंगा-कुचाई क्षेत्र में 331.96 एकड़ फसल नष्ट किया गया। चौका थाना क्षेत्र में 141, ईचागढ़ में 119, खरसावां में 82 तथा कांड्रा थाना क्षेत्र में पांच एकड़ अफीम की फसल नष्ट किया है। एसपी ने बताया कि अबतक की प्राप्त सुचना के आधार पर पुलिस ने अफीम की फसल को नष्ट करवा दिया है। पुलिस के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि बीते दस दिनों से अफीम की नई फसल का कोई रिपोर्टिंग दर्ज नहीं हुई है। यानी जिले में इस वर्ष अफीम का फुल नहीं खिलेगा। पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र की जनता से अपील किया है कि अफीम से संबंधित सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दें, सूचना देनेवाले का नाम गुप्त रखते हुए उन्हे उचित राशि प्रदान कर पुरूस्कृत भी किया जाएगा।


