बागबेड़ा राजेंद्र मध्य विद्यालय में ताला काटकर चोरी, पंखे, घड़ी और नकदी ले गये चोर

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जमशेदपुर : बागबेड़ा थाना छेत्र में स्तिथ राजेंद्र मध्य विद्यालय में अज्ञात चोरों द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है. चोर स्कूल में तले तालों को काट कर दो स्टैंड फैन, एक दीवार घड़ी, 400 रुपये नकद तथा अन्य सामान चुरा ले गये हैं. कागजों को भी इधर उधर फेंक दिया है. स्कूल की प्रभारी प्राचार्य शीला कुमारी ने बताया कि स्कूल में चोरी हुई है. हम लोगों ने पुलिस को लिखित सूचना दी है. पुलिस स्कूल में आकर जांच-पड़ताल कर रही है. उन्होंने बताया कि शनिवार तक स्कूल में कक्षाएं चली थीं. रविवार की छुट्टी के बाद जैसे ही सोमवार को शिक्षक और कर्मचारी स्कूल खोलने पहुंचे, तो देखा कि स्टाफ रूम जिसमें प्रयोगशाला भी है, उसका ग्रिल काटा हुआ था. जिस हुक में ताला लगाया जाता है, उसे चोरों ने काट दिया था. ग्रिल के बाद अंदर के दरवाजे का भी ताला उसी तरह से हुक काटकर तोड़ दिया गया था. प्राचार्य ने बताया कि अंदर से बहुत सामान चोरी गया है. उन्होंने बताया कि दो स्टैंड फैन, जिनमें एक हैवेल्स और एक उषा का था, एक दीवार घड़ी गायब है. अंदर रखी अलमीरा का लॉकर काट दिया गया है. उन्होंने बताया कि चोरों ने अलमारी और टेबल की दराज में रखे गए सारे कागजात और स्टेशनरी को उलट पलट कर फेंक दिया है, बागबेड़ा थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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असामाजिक तत्वों से परेशान हैं महिला टीचर

प्रभारी प्राचार्य शीला कुमारी ने बताया कि विद्यालय असुरक्षित जगह पर है. असामाजिक तत्व आये दिन कुछ ना कुछ नुकसान करते रहते हैं. इसके पहले भी पानी का मोटर चोरी हो गया था और दोनों टंकियों को तोड़ दिया गया था. उन्होंने कहा कि थाना को कई बार रात में स्कूल के आस-पास पेट्रोलिंग करने को लिखा गया है. स्थानीय जिला परिषद सदस्य कविता परमार ने भी बागबेड़ा थाना प्रभारी को रात में दो बार पेट्रोलिंग करने की बात कही है, लेकिन एक-दो दिन पेट्रोलिंग होती है फिर बंद हो जाती है. शीला कुमारी ने कहा कि यहां महिला शिक्षिकाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं. कक्षाओं के दौरान बाहर के बच्चे बिना परमिशन स्कूल के मैदान में घुसकर क्रिकेट खेलते हैं. असामाजिक तत्व कोने में जुआ खेलते हैं और गंदी हरकतें करते हैं. मना करने पर झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं. महिला टीचर उनके मुंह नहीं लगना चाहतीं. आसपास के लोग भी इसका विरेध नहीं करते.

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