ये कारण आपको रोजाना करेला खाने के लिए मजबूर करदेगा…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-रक्त शर्करा नियंत्रण,इंसुलिन असंतुलन के इलाज और प्राकृतिक रूप से शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के लिए घरेलू उपचार, आयुर्वेदिक दवाओं और अन्य वैकल्पिक दवाओं में करेला और इसके अर्क का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है।
वज़न प्रबंधन,रोजाना जूस पीने या उबला हुआ करेला खाने से भी चयापचय दर को बढ़ाने में मदद मिल सकती है और इसमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो इसे बेहतर पाचन और प्रभावी वजन प्रबंधन के लिए एकदम सही बनाता है।
पोषक तत्वों से भरपूर,करेला आवश्यक का एक अच्छा स्रोत है विटामिन और खनिज, जिनमें विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम, फोलेट और आयरन शामिल हैं।
एंटीऑक्सिडेंट,करेले में मौजूद फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ सकते हैं और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, यह प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है और बेहतर चयापचय स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है।
पाचन स्वास्थ्य,करेला में मौजूद फाइबर नियमित मल त्याग को बढ़ावा देकर और कब्ज को रोककर पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करता है।
पेट का बेहतर स्वास्थ्य,करेला लाभकारी आंत बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देकर आंत के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
दिल दिमाग,कुछ शोध बताते हैं कि करेला खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है।
कैंसर की रोकथाम, एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव करेला में मौजूद यौगिक कुछ प्रकार के कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं।
त्वचा का स्वास्थ्य,करेला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करके और साफ त्वचा को बढ़ावा देकर स्वस्थ त्वचा में योगदान कर सकते हैं।