एमजीएम अस्पताल के बाहर हटाए गए खेलने और खोमचा वालों की वैकल्पिक व्यवस्था हो : अभय सिंह

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जमशेदपुर:- नागरिक सुविधा मंच के संरक्षक अभय सिंह ने कहा की एमजीएम अस्पताल के बाहर जो गरीब तबके के लोग अपने जीवन यापन ठेला लगाकर खोमचा लगाकर फल बेचकर या बच्चों की टौफी बेचकर अपनी आजीविका का साधन पेट भरते थे बिना कोई विकल्प व्यवस्था किए। हेमंत सोरेन की सरकार की जिला प्रशासन सरकार के इशारे में उसे तोड़ा गया जिसकी नागरिक सुविधा मंच कठोर निंदा करती है।

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एक तरफ हेमंत सोरेन की सरकार 5 लाख युवाओं को रोजगार देने की बात करती उनके सारे मंत्री गरीबों की हितेषी बनती है दूसरी तरफ गरीबों का आशियाना तोड़ना यह पीठ में छुरा भोंकने का कार्य करती है जब सरकार रोजगार दे नहीं सकती है तो किस हक से गरीबों का निवाला छीन रही है।
यह सरकार जब से बनी है गरीबों के साथ लगातार अत्याचार हो रहा है अमीर घरानों के इशारे में यह सरकार जनता को त्राहिमाम करने में लगी है।
यह सरकार वालू चोरी ,राशन चोर और विकास के फंड के चोरों के साथ खड़ा है।

यह सरकार की हिम्मत नहीं है कि दोनों हाथों से झारखंड के खनिज संपदा को लूटने वालों के साथ कारवाई करे।

यह सरकार उनलोंगो के साथ खड़े होकर पैरवी कर रही है यह सरकार बालू माफियाओं के साथ गठबंधन है। दुर्भाग्य है दारू बेचने वालों को यह सरकार लाइसेंस देती है चाहे वह अतिक्रमण में हो कि अतिक्रमण के बाहर हो लेकिन कोई व्यक्ति अगर ठेला लगा कर अपना जीवन यापन बच्चों के लिए करता है उसके लिए सरकार बुलडोजर चलवा देती है।

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आज लोगों का निवाला छीना गया कभी सरकार या जिला प्रशासन ने सोचा कि उनके बच्चों का दूध कहां से आएगा। उनके बच्चों की स्कूल का फीस कौन देगा।
एक तरफ कोरोनावायरस एक महामारी से अभी दुनिया उठी ही नहीं?? यह सरकार बुलडोजर चला दे रही है इस बार के कोरोनावायरस एक महामारी ने मध्यम परिवार के पास की जमा पूंजी तक खाली करवा दिया मेडिकल के नाम पर लूट मचा लेकिन हिम्मत नहीं हुई कि जिला प्रशासन का एक अदना व्यक्ति भी उस पर कठोर कार्रवाई की है।

मैं नागरीक सुविधा मंच से सरकारी एवं उनके अधीनस्थ काम करने वाली जिला प्रशासन के पदाधिकारियों से आग्रह और अपील भी करना चाहता हूं आप अगर रोजगार नहीं दे सकते हैं तो रोजगार छीनने का भी कोई हक आपको नहीं ?
पहले वैकल्पिक व्यवस्था करते उसके बाद बुलडोजर चलाते हैं यह सरकार बांग्लादेशियों को राशन कार्ड, जमीन तक आवंटन कर रही है और दूसरी तरफ जो अपने देश में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा उनको बुलडोजर चला रही है।

आखिर इनका क्या गुनाह है?एयर कंडीशन में बैठकर गरीबों के दर्द को नहीं देखा जा सकता गरीबों के दर्द को देखना हो तो ठेला लगाकर खोमचा लगाकर, एक बार कड़ी धूप में केला बेचकर, सेव बेच कर देखें कि परिवार कैसे चलता है।

नागरिक सुविधा मंच सरकार से अपील करती है अविलंब उजड़े हुए लोगों को दूसरे स्थानों पर रोजगार के लिए बसाया जाए अन्यथा नागरिक सुविधा मंच इस आंदोलन को बाध्य होगी।

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