मुख्यपार्षद व उप मुख्यपार्षद के प्रत्यक्ष चुनाव से बदलेगी नगर चुनाव की राजनिति, अभी से ही विछने लगी मुख्यपार्षद व उप मुख्यपार्षद चुनाव की विसात
दावथ (एस एन बी):- अब यह निश्चित हो गया कि नगर पंचायत के मुख्यपार्षद व उपमुख्यपार्षद का चुनाव प्रत्यक्ष रुप से मतदाता करेगें।.दोनो पदों पर सिधे चुनाव को लेकर नगर की राजनिति का स्वरुप बदल गया है।जो लोग वार्डपार्षद के चुनाव मे भाग्य आजमाने की तैयारी कर रहे थे।अब वे दुविधा मे हैं कि मुख्यपार्षद,उपमुख्यपार्षद का चुनाव लड़ें की वार्ड पार्षद का,वहीं दोनो पदों के आरक्षण की स्थिति भी अभी स्पष्ट नहीं होने के कारण वे अपने पते नहीं खोल रहे हैं।जबकि प्रत्यक्ष चुनाव से लाभ व हानि की भी समीक्षा की जाने लगी है।कुछ लोग मानते हैं कि नगर सरकार निरंकुश भी हो सकती है,तो कुछ का मानना है कि नगर सरकार स्वतंत्र रुप से विकास कार्य कर सकेगी।वहीं वार्ड पार्षदों के अधिकार को लेकर भी तरह तरह की चर्चाऐं चल रही है।यदि किसी वार्ड मे काम नहीं होगा तो वार्डपार्षद क्या कर सकेगा आदि आदि।
क्या कहते हैं नगर के प्रमुख लोग-
पूर्व वार्ड पार्षद महेंद्र प्रसाद- ने कहा कि कुछ मायनो में सिधे चुनाव ठीक है,सरकार स्वतंत्र रुप से कार्य कर सकेगी,जिससे बेहतर विकास की सम्भावनाऐं हैं.
रितेश केशरी -अध्यक्ष उपाध्यक्ष का सिधे चुनाव तो ठीक है,परंतु वार्डपार्षदों का अधिकार स्पष्ट होना चाहिए।.यदि किसी वार्ड के विकास की उपेक्षा होगी, ऐसे में वार्ड पार्षद किसके पास और क्या कर पाएगें,इसपर स्पष्ट नियम बनाने की जरुरत है।
अनुज कुमार चौधरी- मुख्यपार्षद व उपमुख्यपार्षद का प्रत्यक्ष चुनाव सरकार की दुर्दर्शी सोंच है।खरीद फरोख्त बंद होगीं। परंतु सरकारें निरंकुश ना हों इसका भी ऊपाय किया जाना चाहिए।
मुख्य पार्षद धर्मेंद्र चौधरी- ने कहा की प्रत्यक्ष चुनाव नगरवासियों के हक मे है।अब मतदाता स्वयं नगर सरकार का चुनाव कर सकेगें।
कोआथ नगर पंचायत के 2017 में हुए चुनाव के समय 12 वार्ड में कुल महिला मतदाताओं की संख्या–6हजार 8 सौ 77 जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 7 हजार 7 सौ 58 हैं।कुल मतदाता 14 हजार छः सौ पैंतिस है।जबकि कुल जनसंख्या लगभग 24 हजार से अधिक है।2022 चुनाव से पहले 18 वर्ष पुरा कर चुके युवक व युवतियों के नाम जोड़े जाने की संभावना है। मतदाता सूचि के पुनरीक्षण के बाद ढाई हजार से अधिक नये मतदाता के नाम जुड़ने की संभावना है।