जाहेरथान में की गई माग पूजा ,माग पूजा पर अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत की रक्षा का लिया जाता है संकल्प.

Advertisements
Advertisements

बहरागोड़ा:- बरसोल अंतर्गत धानघोरी में आदिवासी समिति द्वारा शुक्रवार को जाहेरथान में माग पूजा की गई। इस दौरान जाहेरथान में पारंपरिक तरीके से नाइके बाबा रुपाई हेम्ब्रम के नेतृत्व में पूजा पाठ किया गया। वहीं, लोगों के बीच प्रसाद वितरण किया गया।बताया गया कि मकर के बाद उक्त पूजा का आयोजन होता है।मकर के बाद से ऊक्त पूजा के दिन तक गॉव में पेड़ पौधे काटना,जानवर को मारना आदि काम बंद रहता है।पूजा के दिन 108 मुर्गा का बलि दिया गया।पूजा स्थल से ग्राम प्रधान सोमाय मुर्मु ने कहा कि आदिवासी समाज की अपनी परंपरा, पहचान, धार्मिक एवं सामाजिक रीति रिवाज है। आदिवासी प्रकृति के पूजक हैं।हमारे सारे त्योहार प्रकृति पूजा पर आधारित हैं।माग पूजा भी उनमें से एक है।माग पूजा पर हम अपनी धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत की रक्षा का संकल्प लेते है। आमतौर पर होली के पहले माग पूजा मनाया जाता है। इसमें सारे लोगों की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की जाती है। आराधना की जाती है कि सारे लोग स्वस्थ रहें। आदिवासी समुदाय की विशेषता सामूहिकता है। हम लोग सबका कल्याण चाहते हैं।मौके पर मार्शल हंसदा,रॉबिन हेम्ब्रम, कुनू हेम्ब्रम, रामेश्वर हंसदा, शीराम मुर्मु,बिनन्द पातर,सुनील मुर्मु आदि शामिल हुए।

Advertisements
Advertisements
See also  तेजाब हमला भी न रोक सका हौसला: 2 साल की उम्र में एसिड अटैक की शिकार बच्ची ने 12वीं में हासिल किए 95.6% अंक!

You may have missed