फिर से गरमाने लगा बांगलादेशी घुसपैठियों का मुद्दा, डीसी के माध्यम से पूरे मामले की जांच कराने की करेंगे मांग
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा पिछले कई दशक से राजनीतिक पार्टियों की ओर से उठाने का काम किया जा रहा है. बावजूद इस दिशा में किस तरह की पहल नहीं की गयी है. अब एक बार फिर से भाजपा की ओर से इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने का फैसला लिया गया है. इसको लेकर आंदोलन की रणनीति भी बनायी गयी है. इस क्रम में सबसे पहले जिले की डीसी को ज्ञापन सौंपकर इसकी जांच की मांग की जायगी. समय रहते अगर इस दिशा में जिला प्रशासन की ओर से किस तरह की पहल नहीं की जाती है तो भाजपाई आगे चलकर और जोरदार आंदोलन भी कर सकते हैं. इसको लेकर झारखंड हाईकोर्ट भी सख्त है. हाईकोर्ट की ओर से राज्य सरकार से इसको लेकर जवाब भी मांगा गया है. पूछा गया है कि किस-किस इलाके में बांग्लादेशी घुसपैठिये हैं. मामले की सुनवायी 19 जुलाई को होने वाली है.
अधिकांश घुसपैठी बना चुके हैं पहचान-पत्र
बांगलादेशी घुसपैठियों की बात करें तो अधिकांश अपना पहचान-पत्र भी बनवा चुके हैं. बावजूद अब भी हजारों की संख्या में लोग हैं जो बिना पहचान-पत्र के ही जिले में घुसपैठ किये हुये हैं. इस दिशा में अगर समय रहते पहल नहीं की जाती है तो आनेवाले दिनों में उनकी आबादी और विकराल रूप ले सकती है.
घुसपैठ के बाद आदिवासी लड़कियों को बना रहे टारगेट
बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में यह बातें सामने आयी है कि वे घुसपैठ करने के बाद सबसे पहले आदिवासी लड़कियों को टारगेट करते हैं. शादी कर जमीन-जायदाद हड़प लेते हैं. कई आदिवासी लड़कियों की हत्या भी हो चुकी है. झारखंड के जामताड़ा, साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़ आदि जिले में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं.
जिले में घुसपैठियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस दिशा में पहले भी जिला प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है. इस बारे में भाजपा की ओर से गुरुवार को जिले की डीसी विजया जाधव को ज्ञापन सौंपकर घुसपैठियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जायगी. इस मुद्दे को लेकर आगे चलकर जोरदार आंदोलन करने का भी निर्णय लिया गया है. देवेंद्र सिंह, पूर्व प्रत्याशी सह पूर्व जिला अध्यक्ष, जमशेदपुर, महानगर भाजपा