मदर टेरेसा वेल फेयर ट्रस्ट पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली लड़की ने खोला और राज , चल रहा था शोषण का खेल , लोक आलोक न्यूज पहले ही कर चुका है संचालक के भागने की पुष्टि …
जमशेदपुर : जमशेदपुर में अनाथ बच्चों के लिए चल रहे मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट पर वहां रहने वाली एक नाबालिग ने ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह और उनकी पत्नी चाईल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की के अलावा अन्य लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए कई सारे खुलासे भी किए है. उसने पुलिस को बताया है कि ट्रस्ट के नाम पर कई सारे घोटाले हो रहे थे. सरकार के पैसों को दोनो हड़प लेते थे. पीड़िता ने बताया कि वह हरपाल सिंह द्वारा किए जा रहे प्रताड़ना को सहन नही कर सकती थी इसलिए वह अपनी सहेली के साथ काफी मुश्किल से वहां से भाग गई. उसने पुलिस को बताया है कि चार साल पहले वह ट्रस्ट में आई.।इस दौरान संचालक हरपाल सिंह उसके साथ पैर दबवाने के नाम पर यौन शोषण करता था. उससे अपने शरीर के अंगों को गलत तरीके से छूने को कहता. वहीं केयरटेकर गीता का बेटा जो उनके साथ ही रहता था वो भी सभी बच्चियों के साथ गलत करता था. इन सब की शिकायत उसने पुष्पा रानी तिर्की और गीता से भी कि पर उन्होंने चुप करवा दिया और डांट डपट कर किसी से ये सब बात नहीं कहने को कहा. ट्रस्ट में बच्चों से काम करवाया जाता था. काम नहीं करने पर खाना नही दिया जाता था. कपड़े मांगने पर कहा जाता था कि वो उनके बाप का घर नहीं है. इसके अलावा जो लोग डोनेशन देते थे उनको भी सभी के द्वारा हड़प लिया जाता था. ऊपर वाले एक ही फ्लैट में 23 बच्चियों रहती थी और नीचे लड़के रहते है. बीच वाले फ्लैट में संचालक और अन्य लोग आराम से रहते थे. सरकार द्वारा आने वाले फंड को भी पुष्पा तिर्की और हरपाल सिंह अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे. पीड़िता का बयान दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. सभी आरोपी घर छोड़कर फरार चल रहे है. इस मामले में एएसपी कुमार गौरव ने अपनी रिपोर्ट में एसएसपी को बताया है कि पुष्पा तिर्की, हरपाल सिंह थापर और उनके साथ काम करने वाले टोनी डेविड और आदित्य सिंह द्वारा बच्चियों के साथ शारीरिक, मानसिक और यौन उत्पीडन किया जाता है. जांच में यह बात भी सामने आई है कि ट्रस्ट में एक 4 साल का बच्चा भी रहता था जिसकी मौत हो गई और मौत की जानकारी किसी को नही दी गई थी. एसएसपी ने जिले के उपायुक्त को एक पत्र लिखकर ट्रस्ट के खिलाफ आगे की कार्रवाई करने की अनुशंसा की है. एसएसपी डॉ एम तमिल वाणन ने बताया कि फिलहाल आगे की कार्रवाई के लिए उपयुक्त को पत्र लिखा जा चुका है और बच्चियों को सरायकेला सीडब्ल्यूसी में सुरक्षा में रखा गया है साथ ही ट्रस्ट में बच्चों की सुरक्षा के लिए दो महिला पुलिस को लगाया गया है.