दलाल ने कराया था सेटिंग, थाने की सहमति से शुरू हुआ था जुआ, एसपी के निर्देश पर हुई कार्रवाई, मुख्य सरगना छोटू पर एफआईआर की तैयारी, आदित्यपुर के मुस्लिम बस्ती में चल रहा जुआ को आरआइटी थाना क्षेत्र के रायडीह बस्ती में किया गया था शिफ्ट, जुगसलाई, बागबेड़ा समेंत शहर के विभिन्न इलाकों से जुआ खेलने पहुंचे थे जुआरी…
आदित्यपुर:- आदित्यपुर के मुस्लिम बस्ती में लगातार हो रहे अपराध को लेकर आदित्यपुर पुलिस ने सख्ती बढ़ाई तो जुआ का अवैध धंधा वहां बंद हो गया, जिस अड्डे को आदित्यपुर के पीएचडी कॉलोनी का रहनेवाला एक दलाल ने आरआइटी पुलिस से सेटिंग करवाकर इसे रायडीह बस्ती स्थित सरकारी भूमि को घेरवाकर छोटू नामक जुआ संचालक को वहां जुआ खेलवाने की इजाजत स्थानीय थाना से दिलवा दी। रायडीह बस्ती स्थित इस जुआ के अड्डे पर जुगसलाई, बागबेड़ा समेंत क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से जुआरी पहुंचकर जुआ के खेल में मोटी दांव लगा रहे थे। लेकिन यहां रात रात भर हो रहे हल्ला और हंगामे को लेकर स्थानीय लोगो ने इसकी शिकायत स्थानीय मीडियाकर्मियों से की। जिसके बाद यहां देखा गया कि रात ढ़लते ही बड़े पैमाने पर जुआ चल रहा है। इस मामले की सूचना सरायकेला पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार को दी गयी। जिसके बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश स्थानीय पुलिस को दी। इधर पुलिस मौके पर पहुंचती की सभी जुआरी जुआ के अड्डे को छोड़ कर फरार हो चुके थे। क्योंकि उन्हे पुलिस की कार्रवाई की खबर पहले ही लग चुकी थी। मौके पर आरआइटी थाना के पुलिस पदाधिकारी रामजतन यादव दलबल के साथ पहुंचे और जुआ के इस अड्डे को ध्वस्त कर दिया।
दस दिन पहले भी हुई थी कार्रवाई, लेकिन फिर से शुरू हो गया था जुआ
क्षेत्र में लॉटरी और जुआ के धंधा में हारकर लोग चोरी-छिनतई जैसे अपराध में उतर रहे है। जिसपर लगाम लगाना पुलिस का काम है। लेकिन जुआ –लॉटरी खेलवाने के पीछे भी पुलिस की मिलीभगत की बाते सामने आ रही है। इसमें सच्चाई कितना है यह जांच का विषय है लेकिन मीडियाकर्मियों की सूचना पर एसपी के निर्देश पर यहां कार्रवाई की गयी। कार्रवाई करने आयी पुलिस को देखकर भी प्रतीत हो रहा था कि पुलिस जुआ खेलनेवालों और खेलवानेवालों को भागने देने का मौका देना चाहती है। जुआरी केवल जुआ के अड्डा को छोड़ हट गये, मौके पर काफी संख्या में मोटरसाईकिल लगी रही। लेकिन पुलिस ने ना तो मोटरसाईकिल जब्त किया और ना ही जुआरियों को पकड़ा। बस जुआ खेलने के लिए बना अस्थायी अड्डा को ध्वस्त कर दिया। पुलिस की इस उपर मन से की गयी कार्रवाई से यह प्रतीत हो रहा है कि जुआ खेलने के इस काले खेल में पुलिस की भुमिका संदेह के घेरे में है। अगर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई के निर्देश ना दिये होते तो यहां कार्रवाई भी नहीं की जाती।
संचालकों का नाम है सामने, देखना है कि पुलिस एफआईआर दर्ज करती है कि नहीं
यहां छोटू नामक असमाजिक तत्व द्वारा जुआ खेलवाया जा रहा था। आदित्यपुर थाना क्षेत्र के मार्ग संख्या 17 का रहनेवाला यह जुआ संचालक आदित्यपुर थाना के बगल में रहनेवाला एक पुलिस के दलाल के माध्यम से जुआ शुरू करवाया था। लेकिन पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने के बाद यहां कार्रवाई हो गयी। अब आगे यह देखना है कि प्राथमिकी किस पर दर्ज होती है। क्योंकि बीते 15 दिनों में यहां पुलिस द्वारा दुसरी बार जुआ के अड्डे पर कार्रवाई की गयी है। पूर्व में की गयी कार्रवाई में एफआईआर दर्ज नहीं किया गया था।