टाटा स्टील ने अब तक का सर्वाधिक समेकित तिमाही एबिटा किया दर्ज.
मुंबई:- टाटा स्टील ने आज वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। इस तिमाही में समेकित समायोजित एबिटा तिमाहीवार 12 प्रतिशत वृद्धि के साथ 17,810 करोड़ रुपये दर्ज किया गया है। कर अदायगी के बाद तिमाहीवार 28 प्रतिशत और वर्षवार 7.5 गुणा बढ़ोतरी के साथ 12,548 करोड़ रुपये का समेकित मुनाफा हुआ है।
विव’22 की पहली छमाही में 11,424 करोड़ रुपये के पुनर्भुगतान के साथ सकल ऋण घट कर 78,163 करोड़ रुपये हो गया। इस प्रकार शुद्ध कर्ज घट कर 68,860 करोड़ रुपये रह गया है। भारतीय कच्चे स्टील का उत्पादन तिमाहीवार 2.2 प्रतिशत और वर्षवार 3.1 प्रतिशत बढ कर 4.73 मिलियन टन हो गया। मौसमी कमजोरी के बीच बाजार की मांग में कमी के बावजूद भारत में कुल डिलीवरी तिमाहीवार 11प्रतिशत बढ़ कर 4.58 मिलियन टन हो गई। ऑटोमोटिव सेगमेंट में बिक्री की मात्रा में तिमाहीवार 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस सेक्टर में सेमीकंडक्टर की कमी से उत्पन्न मंदी के बावजूद यह वृद्धि दर्ज की गयी है।
कंपनी ने तिमाही के दौरान कैपेक्स पर 2,191 करोड़ रुपये खर्च किए। पेलेट प्लांट, कोल्ड रोल मिल कॉम्प्लेक्स और कलिंगानगर में 5 एमटीपीए विस्तार पर काम चल रहा है। टाटा स्टील ने इन्वेस्टमेंट ग्रेड क्रेडिट मेट्रिक्स हासिल किया है और ‘एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स’ ने स्थिर आउटलुक के साथ क्रेडिट रेटिंग को ’बीबीबी-’ में अपग्रेड किया गया है।
टाटा स्टील स्टैंडअलोन ने विव’22 की दूसरी तिमाही में तिमाही दर तिमाही 4 प्रतिशत और वर्ष दर वर्ष 2.3 गुणा वृद्धि के साथ 13,574 करोड़ रुपये पर अब तक का उच्चतम तिमाही समायोजित एबिटा दर्ज किया। टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स ने 302 करोड़ रुपये का तिमाही एबिटा दर्ज किया।
टाटा स्टील ने नैटस्टील होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड सिंगापुर में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी का विनिवेश कार्य पूरा कर लिया है। । टाटा स्टील बीएसएल के टाटा स्टील के साथ विलय को एनसीएलटी (ट्रायब्यूनल) के मुंबई बेंच द्वारा अनुमोदित किया गया है। विलय के लिए नियत तिथि 1 अप्रैल 2019 है।
टाटा स्टील ईमूदिन में हाइड्रोजन रूट पर काम कर रही है और इसका विस्तृत मूल्यांकन चल रहा है। इसमें डायरेक्ट रिड्यूस्ड आयरन (डीआरआई) तकनीक पर अमल शामिल है, जो लोहा के स्टील में परिवर्तित होने से पहले प्राकृतिक गैस या हाइड्रोजन का उपयोग कर लोहा बना सकती है।
श्री टी वी नरेंद्रन, चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर व मैनेजिंग डायरेक्टर ने नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “टाटा स्टील ने इस मौसमी रूप से कमजोर तिमाही में अपने प्रमुख भौगोलिक क्षेत्रों में मजबूत नतीजे दिए हैं। बाजार मांग में कमी के बावजूद भारत में हमारी स्टील डिलीवरी में 11 प्रतिशत का विस्तार हुआ, जो हमारे फ्रैंचाइज की मजबूती का एक प्रमाण है। हम अपने चुने हुए सेगमेंट में ‘वैल्यू’ को बढ़ावा देना जारी रखे हुए हैं और सेमीकंडक्टर की कमी से प्रभावित होने के बावजूद ऑटो जैसे प्रमुख सेक्टर में हमारा प्रदर्शन बहुत मजबूत रहा। हमारे यूरोपीय ऑपरेशनों ने भी प्राप्तियों (रियलाइजेशन) में ठोस सुधार के आधार पर मजबूत प्रदर्शन किया है। आने वाले समय में कोयले की ऊंची कीमतों और उच्च ऊर्जा लागत मार्जिन के लिए प्रमुख जोखिम होने जा रहे हैं और हम इन जोखिमों के प्रति सतर्क हैं।
हमने अपनी सस्टेनेबिलिटी की यात्रा में एक और कदम उठाया और जमशेदपुर में 5 टीपीडी सीओ2 कैप्चर प्लांट चालू किया। भारत में किसी स्टील कंपनी द्वारा ब्लास्ट फर्नेस गैस से सीधे सीओ2 निकालने का पहला मामला है। हम भारत में अपने ऑपरेशनों के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के अपने घोषित लक्ष्यों पर निरंतर प्रगति कर रहे हैं। पेलेट प्लांट और सीआरएम कॉम्प्लेक्स सहित 5 एमटीपीए तक हमारी टीएसके फेज-2 विस्तारीकरण योजना अच्छी तरह से प्रगति कर रही है और टाटा स्टील बीएसएल का टाटा स्टील के साथ विलय का काम शीघ्र ही पूरा हो जाएगा। हमने हाल ही में उच्च गुणवत्ता वाली गंधलपाड़ा लौह अयस्क खदानें हासिल की हैं, जो हमें 2030 से आगे कच्चे माल की सुरक्षा हासिल करने में मदद करेगी। अपनी पूंजी आवंटन रणनीति के अनुरूप, हमने हाल ही में नैटस्टील की बिक्री के माध्यम से सिंगापुर में अपने ऑपरेशंस (परिचालन) को त्याग दिया।
श्री कौशिक चटर्जी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर व चीफ फाइनांस ऑफिसर ने कहा, “टाटा स्टील ने यूरोप सहित सभी भौगोलिक क्षेत्रों में मजबूत ऑपरेटिंग और मार्केट परफॉर्मेंस के दम पर 16,618 करोड़ रुपये के एबिटा और करोपरांत 12,548 करोड़ रुपये के मुनाफा के साथ अपना उच्चतम तिमाही प्रदर्शन किया। यह इस तिमाही में 27.6 प्रतिशत के समेकित एबिटा मार्जिन और 20.8 प्रतिशत के पीएटी मार्जिन के रूप में हमारे सामने है। हाल के महीनों में कोयले की कीमतों में वृद्धि पर मूल्य प्रभाव के कारण उत्पन्न वर्किंग कैपिटल दबाव के बावजूद ऑपरेशटिंग कैश फ्लो मजबूत बना हुआ है। हमने इस तिमाही में नैटस्टील होल्डिंग्स में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश पर हस्ताक्षर किए और इससे लगभग 1,200 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई, जिसके परिणामस्वरूप इस तिमाही में 720 करोड़ रुपये का वास्तविक मुनाफा हुआ।
हमारी उद्यम रणनीति के तहज हम चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 11,424 करोड़ रुपये का ऋण चुका कर बैलेंस शीट की डी-लीवरेजिंग के लिए फ्री कैश फ्लो को लागू करना जारी रखे हुए हैं और दूसरी छमाही में अतिरिक्त, आक्रामक डी-लीवरेजिंग का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। कंपनी के फाइनांशियल मेट्रिक्स अब इन्वेस्टमेंट ग्रेड स्तर पर हैं और हमें यह जान कर खुशी हो रही है कि स्टैंडर्ड एंड पूअर ने टाटा स्टील को ‘बीबीबी-’ के इन्वेस्टमेंट ग्रेड स्तर में अपग्रेड किया है।
नोटः प्रोफार्मा के आधार पर बिना इंटर-कंपनी एलिमिनेशन के ‘इंडिया’ यानी भारत में टाटा स्टील स्टैंडअलोन और टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स को शामिल किया गया है; 3. टाटा स्टील बीएसएल के टाटा स्टील में विलय को दर्शाने के लिए 1 अप्रैल 2019 से टाटा स्टील के स्टैंडअलोन आंकड़ों को फिर से परिभाषित किया गया है। समेकित वित्तीय परिणामों के लिए उत्पादन आंकड़ों की गणना भारत के लिए कच्चे स्टील, यूरोप के लिए लिक्विड स्टील और बिक्री योग्य स्टील का उपयोग कर की जाती है।