सूरज कालिंदी हत्याकांड का हुआ खुलासा , चार को भेजा जेल …
चांडिल:- चांडिल थाना क्षेत्र के कपाली ओपी अंतर्गत डोबो गांव में 24 मार्च की शाम सूरज कालिंदी नामक 40 वर्षीय व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस संबंध में मृतक की पत्नी के लिखित शिकायत पर अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर लिया है और हत्याकांड में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह जानकारी चांडिल के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने दी. अपने कार्यालय कक्ष में शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने बताया कि कांड के दो मुख्य शूटर फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. गिरफ्तार बदमाशों में कपाली के बंधुगोड़ा निवासी जयद्रथ महतो, कमारगोड़ा निवासी विष्णु महतो, तामोलिया निवासी संतोष गोप और राकेश गोराई शामिल हैं. जय दयद्रथ महतो अमीन का काम करता है.मृतक के घर जाकर बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या करने के मामले को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए सरायकेला-खरसावां जिला के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी टीम का गठन किया गया था. टीम में चांडिल अंचल के पुलिस निरीक्षक, कपाली ओपी प्रभारी और अनुसंधानकर्ता शामिल थे. अनुसंधान के क्रम में तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने इस हत्याकांड का उद्भेदन किया. इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक बोलेरो और तीन मोबाइल भी बरामद किया है. एसडीपीओ ने बताया कि शूटरों की गिरफ्तारी एवं हथियार की बरामदगी के लिए छापामारी की जा रही है, जो शीघ्र ही पकड़े जाएंगे.अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि अनुसंधान व जांच में यह बात प्रकाश में आई कि मौजा डोबो स्थित खाता संख्या 116, प्लॉट संख्या 261, 262 265, रकवा 0.04 एकड़, 1.12 एकड़ और 120 एकड़ जमीन है, जो मृतक सुरज कालिंदी के घर के निकट है. उक्त जमीन पर मृतक सुरज कालिंदी और षड्यंत्रकारी विष्णु महतो अपना-अपना दावा करते थे, जिस कारण दोनों में कोई पक्ष उस जमीन को बेचना एवं कब्जा करने में सक्षम नहीं हो रहे थे. तब विष्णु महतो ने जयद्रथ महतो को कब्जा दिलाने एवं बिक्री करने का जिम्मा दिया. इसी कारण ये लोग मिलकर दो बदमाशों को तैयार किए और उसे दो लाख रुपये नगद, एक स्कॉर्पियों और दो बुलेट मोटरसाइकिल की सुपारी जयद्रथ महतो ने कुख्यात अपराधकर्मियों को दिया. इसके एवज में तत्काल दो लाख रुपये का भुगतान भी किया गया और सूरज कालिंदी की पहचान भी इनलोगों ने बदमाशों को करा दी. साथ ही सूरज कालिंदी की रेकी भी इनलोगों ने की थी. पकड़ाये बदमाशों ने अपने अपराध स्वीकारोक्ति में इस बात की पुष्टि की है. साथ ही अनुसंधान एवं जांच में भी इस बात की पुष्टि हुई है.