नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में “द क्रिएटिव कैनवास – भौतिक विज्ञान प्रतिस्पर्धा” में छात्रों ने प्रदर्शित किए अपने नवाचार मॉडल
जमशेदपुर : भौतिक विज्ञान हमारे दिन प्रतिदिन के जीवन से जुड़ा हुआ है। ये हमारे काम को आसान करने में हमारी मदद करता है। इस क्षेत्र में तरह तरह के मशीन बनाए जाते हैं और तकनीकी आविष्कार भी किए जाते हैं। इस क्षेत्र में छात्र कईं बार अपने बनाए गए मॉडल्स की प्रदर्शनी करते हैं, कुछ ऐसा ही नज़ारा हमें नेताजी सुभाष विश्विद्यालय में भी देखने को मिला।
नेताजी सुभाष विश्विद्यालय में “द क्रिएटिव कैनवास – भौतिक विज्ञान प्रतिस्पर्धा” का आयोजन किया गया, जिसका आयोजन भौतिक विज्ञान विभाग द्वारा किया गया था। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य छात्रों में नवाचार को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में छात्रों ने अपने क्रिएटिविटी और नवाचार से 100 से भी ज़्यादा भौतिक विज्ञान से संबंधित दिलचस्प मॉडल्स बनाए जो सबके दिलों को छू गए।
कार्यक्रम की शुरुआत माननीय अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ विधिवत रूप से किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. पी. के. पाणि, प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. आचार्य ऋषि रंजन, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, प्रशासनिक विभाग के अनुष्ठाता नाजिम खान, शैक्षणिक विभाग के अधिष्ठाता प्रो. दिलीप शोम, आईटी विभाग के अधिष्ठाता, प्रो. डॉ. रंजन मिश्रा, शोध विभाग के अधिष्ठाता प्रो. डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, विभिन्न विभागों के विभागाध्याक्षा, विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहें।
“द क्रिएटिव कैनवास – भौतिक विज्ञान के प्रतिस्पर्धा के अवसर पर डॉ कपिल देव महतो, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय भी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहें। उन्होंने न केवल परिणाम को निश्चित किया बल्कि छात्रों को पुरस्कृत भी किया। प्रतिस्पर्धा के परिणाम की पुष्टि और पुरस्कार वितरण 2 भागों में किया गया। जिसमें 3 पुरस्कार डिप्लोमा वालों के लिए और 3 बी टेक वालों के लिए था।
सुदेशना मुखर्जी, बी. एस. सी. फिजिक्स पहले साल की छात्रा को सर्वसमावेशी तौर पर विजेता घोषित किया गया। उनका मॉडल जो कि लाइट एंड इट्स इफेक्ट्स पर था, जो कि सबसे अलग और दिलचस्प था।
नेताजी सुभाष विश्विद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. डॉ. पी. के. पाणि ने अतिथि गण को संबोधित किया और छात्रों का मनोबल भी बढ़ाया। भौतिक विज्ञान विभाग ने न सिर्फ़ छात्रों को उनके किए गए मेहनत पर सराहा बल्कि उनको प्रोत्साहित भी किया। कार्यक्रम का संचालन भौतिक विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ इशिता और अन्य संकाय सदस्यों ने किया।