श्रीनाथ विश्वविद्यालय ने एक समझौता ज्ञापन (मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) शिनावात्रा विश्वविद्यालय, थाईलैंड के साथ हस्ताक्षर किया…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- इस ऐतिहासिक समझौते पर औपचारिक रूप से श्रीनाथ विश्वविद्यालय की ओर से डीन एडमिनिस्ट्रेशन, श्री जे राजेश और आईक्यूएसी सेल प्रभारी, डॉ मृत्युंजय महतो के साथ-साथ शिनावात्रा विश्वविद्यालय के अध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर झोउ फी और अंतर्राष्ट्रीय मामलों की निदेशक डॉ प्रतीक्षा भंडारी ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर शिना वात्रा विश्वविद्यालय, थाईलैंड की ओर से डॉ वीनश डेनियन भी उपस्थित थे। यह समझौता ज्ञापन ऑनलाइन संचालित हुआ।
श्री जे राजेश ने इस समझौता ज्ञापन पर बात करते हुए कहा कि यह समझौता ज्ञापन दोनों संस्थानों के लिए अपने शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा । हम निश्चित रूप से इस एम ओ यू से एक उपयोगी साझेदारी की आशा करते हैं जो हमारे छात्रों, शिक्षकों और बड़े शिक्षाविदों के लिए पारस्परिक लाभ के लिए नये अवसर देगा ।
इस समझौता ज्ञापन से होने वाले लाभ:- दोनों संस्थान शैक्षणिक पाठ्यक्रमों और कार्यक्रमों के विकास में सहयोग करेंगे, जिससे विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त होगी।
छात्र विनिमय कार्यक्रम: इस समझौते के तहत दोनों विश्वविद्यालयों के छात्र एक-दूसरे के साथ अध्ययन करने का अवसर प्राप्त करेंगे, जिससे उन्हें विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षणिक अनुभव प्राप्त होंगे।
व्यावसायिक विकास: संकाय सदस्यों और कर्मचारियों के व्यावसायिक विकास के लिए प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
ज्ञान और संसाधनों का आदान-प्रदान: दोनों संस्थान अपने ज्ञान और संसाधनों को साझा करेंगे, जिससे शैक्षणिक और अनुसंधान के क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा मिलेगा.
अनुसंधान सहयोग: विभिन्न शोध परियोजनाओं में सहयोग और अनुसंधान के क्षेत्र में नई खोजों और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त प्रयास किए जाएंगे।