‘गुप्ता ब्रदर्स’ की गिरफ्तारी से हरकत में दक्षिण अफ्रीका की एजेंसियां, अरबों के गबन का है आरोप अब है वांटेड…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- उत्तराखंड के एक प्रमुख बिल्डर ने अपने बहुमंजिला अपार्टमेंट की छत से कूदने से पहले अपने सुसाइड नोट में अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता का नाम लिया था. राज्य पुलिस ने शुक्रवार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता की गिरफ्तारी की सूचना दी.
दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को कहा कि वह गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी की रिपोर्ट के बाद भारत सरकार के साथ बातचीत करेगा. बता दें कि गुप्ता बंधुओं में से एक कथित तौर पर इस अफ्रीकी देश के स्वामित्व वाले सरकारी उद्यमों से अरबों की लूट के मामले में वांटेड है. भारतीय मूल अतुल गुप्ता, अजय गुप्ता और राजेश गुप्ता पर पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ अपने करीबी संबंधों के जरिए दक्षिण अफ्रीका में अरबों रैंड की हेराफेरी करने का आरोप है.
जैकब जूमा के 2018 में राष्ट्रपति पद से हटने के बाद तीनों गुप्ता बंधु अपने परिवार के साथ दुबई फरार हो गए. संयुक्त अरब अमीरात ने 2023 में राजेश और अतुल के प्रत्यर्पण के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया. दोनों भाइयों ने दक्षिण अफ्रीका में आईटी, मीडिया और खनन क्षेत्र में एक विशाल साम्राज्य खड़ा किया था. दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधुओं की संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है. अपनी संपत्तियों को छुड़ाने के लिए उन्होंने केस दायर किया है.
बिल्डर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
उत्तराखंड के एक प्रमुख बिल्डर ने अपने बहुमंजिला अपार्टमेंट की छत से कूदने से पहले अपने सुसाइड नोट में अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता का नाम लिया था. राज्य पुलिस ने शुक्रवार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता की गिरफ्तारी की सूचना दी. इस बीच, देहरादून की एक अदालत ने शनिवार को बिल्डर सतिंदर सिंह उर्फ बाबा साहनी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में दक्षिण अफ्रीका स्थित दोनों उद्यमियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
हालांकि, इस बारे में अनिश्चितता है कि क्या यह वही अजय गुप्ता है जो अपने भाइयों अतुल और राजेश के साथ दक्षिण अफ्रीका से भाग गया था. दक्षिण अफ्रीका की तीनों गुप्ता ब्रदर्स की वांटेड लिस्ट में अजय तीसरा है. दक्षिण अफ्रीका न्याय विभाग के प्रवक्ता क्रिसपिन फिरी ने कहा, ‘न्याय और सुधार सेवाओं ने भारत में दो गुप्ता भाइयों, अजय और अनिल की गिरफ्तारी की रिपोर्टों पर गौर किया है. हमारा गिरफ्तारी वारंट राजेश और अतुल गुप्ता के लिए था. फिर भी, सत्यापन और संभावित जुड़ाव के लिए भारत में उच्चायुक्त के माध्यम से औपचारिक प्रक्रियाएं चल रही हैं.’
अधिकारियों ने कहा, ‘हालांकि रिपोर्ट में दोनों की पहचान ‘भाई’ के रूप में की गई है, जो तिकड़ी अपने परिवारों के साथ दक्षिण अफ्रीका से भाग गई थी, उनके नाम अजय, अतुल और राजेश हैं. जबकि माना जाता है कि अनिल उनका जीजा है, जिसने उनकी बहन अचला से शादी की है.’ दक्षिण अफ्रीका में अगले सप्ताह होने वाले आम चुनावों से पहले शनिवार को जोहान्सबर्ग में अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस की एक रैली को संबोधित करते हुए न्याय मंत्री रोनाल्ड लामोला ने पुष्टि की कि सरकार को गुप्ता परिवार के सदस्यों को भारत में गिरफ्तार किए जाने की जानकारी है. लेकिन उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर अनिश्चितता है कि क्या उनमें से कोई वह सदस्य है, जिसके लिए दक्षिण अफ्रीका ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.