राम मंदिर बना अयोध्या की तरक्की का द्वार: पर्यटन, रोजगार और चंदे में जबरदस्त उछाल…

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लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:रामनवमी 2025 के मौके पर अयोध्या एक बार फिर श्रद्धा और विकास का केंद्र बनकर उभरी है। राम मंदिर निर्माण ने अयोध्या की तकदीर ही बदल दी है। धार्मिक आस्था के साथ-साथ आर्थिक प्रगति के क्षेत्र में भी शहर ने नए आयाम छू लिए हैं।

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मंदिर ट्रस्ट को एक साल में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा मिला है, जिसमें सिर्फ महाकुंभ के 45 दिनों में 20 करोड़ रुपये का दान रामलला को मिला। मंदिर ट्रस्ट की 2023-24 में कुल आय 376 करोड़ रुपये रही, जबकि इस साल के सिर्फ दो महीनों में ही 26.89 करोड़ रुपये इकट्ठा हो चुके हैं। इतना ही नहीं, 57 लाख रुपये का विदेशी दान भी रामलला को मिला है।

राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को अप्रत्याशित बूम मिला है। एक रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से सितंबर 2024 तक अयोध्या में 135.5 मिलियन घरेलू पर्यटक पहुंचे, जो 70 फीसदी की बढ़ोतरी को दर्शाता है। औसतन प्रतिदिन यहां 5 लाख श्रद्धालु आ रहे हैं।

इस तीव्र पर्यटक वृद्धि का सीधा असर अयोध्या की होटल इंडस्ट्री पर भी पड़ा है। अब यहां ताज, मैरिएट, सरोवर, रेडिसन जैसी इंटरनेशनल होटल चेन कदम रख चुकी हैं। 2027 तक ताज ग्रुप द्वारा तीन फाइव स्टार होटल और विवांता द्वारा 100 रूम्स वाला होटल बनाने की योजना है।

यूपी सरकार ने अयोध्या को केंद्र में रखकर कई विकास योजनाएं भी शुरू की हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।

राम मंदिर सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि अयोध्या की आर्थिक और सामाजिक तरक्की का मजबूत आधार बन चुका है।

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